हम पाकिस्तान पर आक्रमण नहीं करेंगे, लेकिन अखंड भारत होकर रहेगा: भोपाल में बोले मोहन भागवत

भोपाल में अमर शहीद हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए संघ प्रमुख, कहा- सिंधी समाज का योगदान बराबरी का रहा है, पर उल्लेख कम होता है।

Updated: Mar 31, 2023, 07:23 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित भेल दशहरा मैदान में शुक्रवार को भारतीय सिंधु सभा के बैनर तले आज अमर बलिदानी हेमू कालानी का जन्म शताब्दी वर्ष समापन समारोह आयोजित किया गया।  इस सम्‍मेलन में देश-विदेश से बड़ी संख्‍या में लोग पहुंचे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी सम्मेलन में शामिल होने के लिए भोपाल पहुंचे थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि, 'सिंधी समाज का योगदान बराबरी का रहा, पर उल्लेख कम होता है। अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए ये बलिदान हुए। जब सिंधु से हटने की बारी आई तो आपने भारत को नहीं छोड़ा। आप पराक्रमी हैं। 1947 से पहले वह भारत था। सिंधु संस्कृति थी। भारत खंडित हो गया, उसे बसाना पड़ेगा। हम आ गए, पर मन से नहीं छोड़ा। भारत कहें तो हम सिंधु नदी को नहीं भूल सकते। ये नाता नहीं तोड़ सकते। हम कुछ नहीं भूलेंगे। क्योंकि यह कृत्रिम विभाजन है।'

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संघ प्रमुख ने आगे कहा, 'पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं कि यह गलती हो गई। जो अपनी हटधर्मिता के कारण भारत से अलग हुए, वह दुख में हैं। जो भारत के साथ यहां आए, वह फिर से खड़े हो गए। उस समय जो गलती हुई, उसका सुधार होगा। हम आक्रमणकारी नहीं है, पाकिस्तान पर आक्रमण नहीं करेंगे, पर ऐसा खुद ही होगा। अखंड भारत सच्चाई है।'

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि प्रदेश में सिंधी संस्कृति संग्रहालय बनेगा। उन्होंने कहा कि, 'प्रदेश की पाठ्य पुस्तक में सिंधी महापुरुषों को पढ़ाया जाएगा। सम्राट दाहिर सेन, हेमू कालाणी की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। अगले महीने से सिंधु दर्शन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए 25 हजार रुपए प्रति तीर्थयात्री अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश में सिंधी साहित्य अकादमी का बजट बढ़ाकर 5 करोड़ किया जाएगा। मनुआभान की टेकरी पर हेमू कालाणी की प्रतिमा लगाई जाएगी। साथ ही जबलपुर, इंदौर में भी सिंधी बाहुल्य क्षेत्रों में हेमू कालाणी की प्रतिमा लगाई जाएगी।'