Air India ने यात्री को टूटी सीट पर बैठाया, गुस्साए यात्री ने विमानन कंपनी को भेजा 10 लाख रुपए का नोटिस

टूटी सीट पर बैठने से मानसिक रूप से परेशान हुआ मध्य प्रदेश का यात्री, एयर इंडिया को कानूनी नोटिस भेजकर क्षतिपूर्ति के लिए मांगे 10 लाख रुपए

Updated: Mar 31, 2023, 07:57 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले एक युवक ने विमानन कंपनी एयर इंडिया को कानूनी नोटिस भेजकर 10 लाख रुपए की डिमांड की है। युवक का दावा है कि भोपाल से लखनऊ उड़ान के दौरान उन्हें टूटी सीट पर बैठाया गया। इससे न सिर्फ उनकी यात्रा असहज हुई बल्कि वह मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। नतीजतन उन्होंने अपने वकील के जरिए एयर इंडिया कंपनी को कानूनी नोटिस भेजकर क्षतिपूर्ति के लिए 10 लाख रुपए की मांग की है।

एयर इंडिया को भेजे नोटिस में यात्री दीपक बुंदेले के वकील ने बताया कि बीते 19 मार्च को फ्लाइट क्रमांक AI 436 में उनके क्लाइंट ने भोपाल से दिल्ली तथा फ्लाइट क्रमांक AI 431 में दिल्ली से लखनउ तक की यात्रा की। भोपाल से लखनऊ तक कि इस यात्रा के लिए उन्होंने 5 हजार 506 रुपए का भुगतान किया था। भोपाल से दिल्ली जाते वक्त उन्हें सीट कमांक- 9F अलॉट किया गया। लेकिन उक्त सीट पर जब वे बैठे तो सीट की गद्दी सीट से अलग हो गई।

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नोटिस में बताया गया है कि बुंदेले ने तत्काल क्रू मेंबर्स को इस बात की जानकारी दी। लेकिन उन्हें कहा गया कि विमान में दूसरी कोई सीट खाली नहीं है। ऐसे में उसी टूटी सीट पर बैठकर उन्हें दिल्ली तक का सफर तय करना पड़ेगा। दूसरी सीट उपलब्ध नहीं होने के कारण बुंदेले टूटी हुई सीट पर ही बैठकर असुविधाजनक यात्रा करने के लिए विवश हुए। यात्री का कहना है कि इस घटना के कारण वे मानसिक त्रास एवं उत्पीड़न का शिकार हुए।

यात्री दीपक बुंदेले के वकील दर्शन बुंदेले ने कहा कि, 'ऑनबोर्ड फ्लाइट पर प्रदत्त सेवा में कमी के लिए सीधे तौर पर विमानन कंपनी जिम्मेदार है। भोपाल से दिल्ली तक उड़ान में मेरे क्लाइंड को हुई असहजता के लिए हमने 5 हजार 506 रुपए किराए की रिफंड मांगी है। साथ ही हमारे क्लाइंट को हुई मानसिक प्रताड़ना की क्षतिपूर्ति हेतु दस लाख रुपए की भी मांग की है।'

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वकील दर्शन बुंदेले ने विमानन कंपनी को अल्टीमेटम देते हुए कहा, 'यदि एयर इंडिया 15 दिन के भीतर हमारे क्लाइंट को क्षतिपूर्ति की रकम अदा नहीं करती है तो हम न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होंगे। जिसके समस्त हर्जे-खर्चे की ज़िम्मेदारी भी बाद में हम कंपनी से वसूलेंगे।' उन्होंने यह भी कहा कि, 'नोटिस भेजने की फीस और अन्य खर्च मिलाकर 10 हजार रुपए हुआ हैं। यह रकम भी वह क्लाइंट के बजाए कंपनी से वसूलेंगे।'

बता दें कि पिछले हफ्ते ही संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने एयर इंडिया को उसकी बेहद खराब सेवाओं के लिए फटकार लगाई थी। दरअसल, अधिकारी न्यूयॉर्क के JFK एयरपोर्ट से नई दिल्ली की यात्रा कर रहे थे, तब वह फ्लाइट के दौरान कॉकरोच मिलने, टूटी हुई सीट, खराब सर्विस, कॉल बटन न होने और कोई मनोरंजन की सुविधा से होने से हैरान हो गए। सबूत के तौर पर उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर कॉकरोच और टूटी हुई सीट की तस्वीरें भी शेयर की। जिसके बाद सोशल मीडिया पर विमानन कंपनी की काफी फजीहत हुई थी।