MP By Poll 2020: शिवराज चौहान का निर्देश 30 हजार सरकारी पदों पर शुरू करें भर्ती, बेरोजगारों को डर, यह भी न हो जुमला

Shivraj Singh Chauhan: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिए निर्देश, खाली पड़े लगभग 30 हजार पदों पर होगी भर्ती, कई सफल युवा नियुक्ति का कर रहे इंतजार

Updated: Sep 24, 2020, 12:37 AM IST

भोपाल। आगामी उपचुनावों को जीतने में बीजेपी सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती, तभी वह समाज के हर वर्ग को साधने की कोशिश में लगी है। आए दिन नई-नई घोषणाएं की जा रही हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के बेरोजगारों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों पर जल्द से जल्द भर्ती शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

राज्य में अलग-अलग विभागों में करीब 30 हजार पद खाली पड़े हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गृह विभाग, शिक्षा, राजस्व, लोक निर्माण, जेल,  स्वास्थ्य और अन्य विभागों में भर्ती की प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश विभागों के अफसरों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश के जिन विभागों में खाली पद हैं, उनमें भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।

विभिन्न विभागों के 30 हजार पदों पर होगी भर्ती

मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड, राज्य लोक सेवा आयोग और विभागीय स्तर पर की जाने वाली प्रक्रिया के लिए चर्चा की जाए। ताकि भर्ती प्रक्रिया आरंभ करने का काम जल्द से जल्द किया जा सके। गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षकों के लगभग 20 हजार और अन्य विभागों के 10 हजार पद खाली हैं। 

 

नियमानुसार होगी भर्ती प्रक्रिया

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में गृह विभाग में पुलिस आरक्षक के 3272 पद खाली हैं। किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के 863 पदों पर भर्ती होनी है। गृह विभाग में आरक्षक रेडियो संवर्ग के 493 पद, राजस्व निरीक्षक के 372 पद, कौशल संचालनालय में आईटीआई प्रशिक्षण अधिकारी के 302 पद शामिल हैं। वहीं शीघ्र लेखक, सहायक ग्रेड-3, स्टेनो टायपिस्ट, स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सांख्यिकी अधिकारी और प्यून, चौकीदार, वार्ड बाय, क्लीनर, वाटरमैन रसोईये जैसे पदों पर भी भर्ती होनी है।

प्रदेश में प्राथमिक शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा दिसंबर 2020 में होनी है। वर्तमान में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की ओर से तकनीकी शिक्षा संचालनालय, पशुपालन विभाग और कृषि विभाग की विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी भी की जा रही है। ये परीक्षाएं अकादमिक सत्र के अनुसार अक्टूबर और नवंबर 2020 में प्रस्तावित हैं। जिसके लिए बड़ी संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हो चुके हैं। आपको बता दें कि सिर्फ शिक्षकों के लिए ही 6.57 लाख आवेदन-पत्र इस साल प्राप्त हुए हैं।  

पिछली परीक्षाओं के सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति का इंतजार

आपको बता दें कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जुलाई महीने में घोषणा की थी कि प्रदेश में करीब 4 हजार आरक्षकों की भर्ती होगी, लेकिन अभी तक इसकी कोई प्रक्रिया नहीं हुई है। वहीं पिछले वर्षों में मध्यप्रदेश में संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को भी नौकरी नहीं मिली है। वे सफल उम्मीदवार अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं।

स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के तहत 30,594 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती होनी है। पात्रता परीक्षा पास कर चुके प्रदेशभर के अभ्यर्थियों ने लगातार विरोध-प्रदर्शन किए थे। बावजूद इसके किसी तरह की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। वहीं पिछले महीने मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नौकरियों के बारे में कहा था कि राज्य की सरकारी नौकरियां केवल मध्य प्रदेश के युवाओं को दी जाएंगी। 

उपचुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने बीते मंगलवार को किसानों को सौगात दी थी। उन्होने प्रधानमंत्री सम्मान निधि में दो किस्ते मध्यप्रदेश सरकार की ओर मिलाने का ऐलान किया था। अब प्रदेश के किसानों को सम्मान निधि के रूप में दस हजार रुपए दिए जाएंगे।