भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स 3000 पॉइंट गिरा, निफ्टी भी 4 फीसदी टूटा
सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जिनमें आईटी और मेटल में 7-7 प्रतिशत की गिरावट है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 6-6 प्रतिशत की गिरावट है।

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार आज यानी 7 अप्रैल को खुलते ही क्रैश हो गया। ट्रंप टैरिफ के कारण मार्केट में हाहाकार है। सेंसेक्स 3000 अंक (4%) गिरकर करीब 72,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में 900 अंक (4.50%) की गिरावट है। ये 22,000 से नीचे कारोबार कर रहा है।
सेंसेक्स के सभी 30 शेयर गिरकर कारोबार कर रहे हैं। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और इंफोसिस करीब 10% टूटे हैं। टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और L&T में भी 8% की गिरावट है। NSE के सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी मेटल सबसे ज्यादा 8% टूटा है। आईटी, ऑयल एंड गैस और हेल्थकेयर इंडेक्स में करीब 7% की गिरावट है। ऑटो, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स 5% से ज्यादा नीचे हैं।
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निफ्टी पर ट्रेंट, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स और ओएनजीसी टॉप लूजर्स शेयरों में शामिल रहे। सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जिनमें आईटी और मेटल में 7-7 प्रतिशत की गिरावट है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 6-6 प्रतिशत की गिरावट है।
इस गिरावट की वजह ग्लोबल मार्केट में जारी डर और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी मानी जा रही है, जिसने दुनियाभर के निवेशकों में बेचैनी बढ़ा दी है। इससे पहले जापान, हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया जैसे बाजारों में भी तेज गिरावट देखी गई, जिससे साफ है कि ट्रेड वॉर की चिंता अब पूरी दुनिया को हिला रही है।
एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में 6%, कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 4.50%, चीन का शंघाई इंडेक्स 6.50% नीचे है। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 10% नीचे हैं। फाइनेंशियल कॉमेंटेटर जिम क्रैमर ने 1987 जैसे 'ब्लैक मंडे' आने की भविष्यवाणी की है। क्रैमर ने कहा कि अमेरिकी बाजार आज 22% तक गिर सकता है।