MP By Elections: उपचुनाव में लेफ्ट पार्टियों ने दिया बीजेपी को हराने का नारा

Sanwer Constituency: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया, माक्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और लोकतांत्रिक जनता दल ने साझा बयान जारी कर की बीजेपी को हारने की अपील

Updated: Oct 21, 2020, 11:28 PM IST

भोपाल। उपचुनाव की सांवेर सीट पर 4 पार्टियों ने संयुक्त बयान जारी कर बीजेपी के खिलाफ वोट करने की अपील की है। इस साझा बयान को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, माक्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और लोकतांत्रिक जनता दल ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि लोकतंत्र बचाना है तो बीजेपी को हराना होगा। 

पार्टियों का कहना है कि मध्यप्रदेश में जब कोरोना की महामारी से लड़ाई लड़ी जानी चाहिए थी, तब मार्च माह में भाजपा साजिश कर विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही थी। प्रदेश की जनता की जिंदगी दांव पर लगा रही थी। आपके प्रतिनिधि और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट जिन्हें प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य की रक्षा करनी थी, वह बेंगलुरु के रिसोर्ट में छुप कर बैठे थे। जिसके कारण प्रदेश की जनता को कठिनाइयां हुईं। उन्होंने आगे कहा सिलावट ने 2018 के जनादेश का अपमान करते हुए लालच के कारण विधायकी छोड़ दी और अब फिर चुनाव लड़ने आ गए, ये जनता के साथ धोखा है। 

बयान में वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा गया है कि पिछले 5 -6 महीनों से लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के आम लोग, खासकर मजदूर, किसान, फुटकर दुकानदार, रिक्शा-ठेले चालक और फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले सभी को बहुत कष्ट भोगने पड़ रहे हैं। इलाज के अभाव में मौतें हो रही हैं।अस्पतालों की लूट चल रही है। किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। उस पर किसान अध्यादेश लाकर केंद्र और मध्य प्रदेश की सरकार किसानों के साथ लूट की छूट दे रही है। लाखों लोगों का रोजगार समाप्त हो गया है। पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ गई हैं। प्रदेश सरकार लोगों की परेशानियां कम करने की जगह, खरीद फरोख्त कर अपनी सरकार बनाने में व्यस्त है। 

इस बयान में लोगों से कहा गया है कि यह उपचुनाव प्रदेश और देश का भाग्य बनाने का चुनाव है। आपको फिर एक मौका मिला है कि आप मध्यप्रदेश की बेईमान सरकार को हटा दें और फिर से नया जनादेश करें। रोजगार छीनने वाली, महंगाई बढ़ाने वाली और लूटनेवालों की मदद करने वाली इस सरकार को हटाना ही लोकतंत्र को बेहतर करना होगा। 

गौरतलब है कि प्रदेश में मार्च में कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में सिंधिया समर्थन वाले 22 विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर, कांग्रेस सरकार को गिरा दिया था। जिसके बाद से ही प्रदेश भर में कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी पार्टियों ने इसे लोकतंत्र विरोधी बताया था। उनका कहना था कि एक चुनी हुए सरकार को खरीद फरोख्त के जरिए गिराना संविधान विरोधी कार्य था। सरकार गिराने वाले विधायकों को जगह जगह विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। इन्हीं विधायकों में से तुलसी सिलावट भी हैं, जो सांवेर से कांग्रेस की विधायकी छोड़ अब इसी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में है।