MP Election 2023: विंध्य जनता पार्टी ने 25 सीटों पर उतारे प्रत्याशी, BJP को भारी पड़ सकती है नारायण त्रिपाठी की बगावत

VJP की पहली सूची में रैगांव से आरती वर्मा, सतना से हरिओम गुप्ता, मैहर से नारायण त्रिपाठी, अमरपाटन से शशि सत्येंद्र शर्मा, सेमरिया से हासिफ मोहम्मद अली, त्यौंथर से कमांडो अरुण गौतम, देवतालाब से कुंज बिहारी तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है।

Updated: Oct 27, 2023, 03:12 PM IST

MP Election 2023: मध्य प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में कई राजनीतिक दल अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इसी बीच भाजपा से इस्तीफा दे चुके विधायक नारायण त्रिपाठी की 'विंध्य जनता पार्टी' जनता पार्टी ने भी ताल ठोक दिया है। VJP ने आज अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।

VJP की पहली सूची में 25 नामों का ऐलान किया गया है। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि आने वाले दिनों में और नामों की घोषणा की जाएगी। बताया जा रहा है कि त्रिपाठी करीब 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। विंध्य जनता पार्टी की पहली सूची में रैगांव से आरती वर्मा, सतना से हरिओम गुप्ता, मैहर से नारायण त्रिपाठी, अमरपाटन से शशि सत्येंद्र शर्मा, सेमरिया से हासिफ मोहम्मद अली, त्यौंथर से कमांडो अरुण गौतम, देवतालाब से कुंज बिहारी तिवारी को टिकट दिया गया है।

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इसके अलावा गुढ़ से शिवमोहन शर्मा, चुरहट से अरुण द्विवेदी, सीधी से वाल्मीकि तिवारी, सिंहावल से आशीष मिश्रा, चितरंगी से रामकृष्ण कोल, सिंगरौली से कुंदर पांडेय, ब्यौहारी से लेखन सिंह, जयसिंह नगर से फूलमती सिंह, जैतपुर से हीरालाल पनिका, अनूपपुर से प्यारेलाल पनिका को VJP ने अपना उम्मीदवार बनाया है।

नारायण त्रिपाठी की पार्टी ने भोपाल की दक्षिण पश्चिम सीट से भी उम्मीदवार उतारे हैं। यहां मनीष पांडेय चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से कांग्रेस के पीसी शर्मा और भाजपा से भगवान दास सबनानी मैदान में हैं। इसके अलावा VJP ने पुष्पराजगढ़ से अमृतलाल सोनवानी, बांधवबढ़ से धूप सिंह, मानपुर से राजकुमार बैगा, शहपुरा से मदन सिंह परस्ते, डिंडौरी से सितार मरकाम, भोपाल , अंबेडकर नगर-महू से वैधनाथ मिश्रा, बड़ामलहारा से दिनेश यादव को टिकट दिया है।

बता दें कि मैहर से चार बार विधायक निर्वाचित हो चुके नारायण त्रिपाठी साल 2003 में पहली बार समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए थे। इसके बाद साल 2013 में वे कांग्रेस पार्टी  से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे। इस बीच वर्ष 2009 में उन्होंने लोकसभा चुनाव भी लड़ा। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेसी विधायक होते हुए भी भाजपा का समर्थन किया और 2015 में विधायक पद से इस्तीफा देकर 2016 के उपचुनाव में वे भाजपा के टिकट पर लड़ कर चुनाव जीते।

साल 2018 के चुनाव में भी नारायण त्रिपाठी भाजपा से ही लड़े और चौथी बार मैहर से विधायक बने थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने पृथक विंध्य प्रदेश बनाने का मुद्दा उठाया। भाजपा में रहते हुए वे शिवराज सरकार के खिलाफ मुखर और विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अडिग रहे। ऐसे में चुनाव पूर्व भाजपा ने उनसे दूरी बना ली। कयास लगाए जा रहे थे कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इस बार के चुनावी मैदान में वे खुद की पार्टी विंध्य जनता पार्टी से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। गन्ना किसान उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह है। 

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नारायण त्रिपाठी विंध्य क्षेत्र से बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। चूंकि, वे लंबे से विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग कर रहे हैं, इसलिए युवाओं के बीच वे खासे लोकप्रिय भी हैं। विंध्य में कुल 30 विधानसभा सीट हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में BJP ने इन 30 में से 24 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार नारायण त्रिपाठी की बगावत भाजपा को भारी पड़ने वाली है।

मैहर सीट की ही बात करें तो यहां कांग्रेस ने धर्मेश घई को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं BJP ने इस बार नारायण त्रिपाठी का टिकट काटते हुए श्रीकांत चतुर्वेदी पर अपना भरोसा जताया है। त्रिपाठी अपनी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में ब्राह्मण वोट का बंटवारा कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होगा। मैहर विधानसभा सीट सतना जिले में आती थी, लेकिन हाल ही में मैहर को नया जिला घोषित कर दिया गया है। नारायण त्रिपाठी ने इसका श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री और PCC चीफ कमलनाथ को दिया था।