इजरायली सेना ने गाजा में UN एजेंसी के स्कूल पर किया हमला, महिलाओं-बच्चों समेत 32 की मौत
अमेरिका की पहल पर इजरायल और हमास के बीच काहिरा और दोहा में अप्रत्यक्ष शांति वार्ता जारी है, जिसमें कतर और मिस्र अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा पट्टी के नुसेरात शिविर को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए। इस हमले में कम से कम 32 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं। यह स्कूल विस्थापित लोगों के लिए एक शिविर में बदल दिया गया था।
चिकित्सा विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, एक इजरायली लड़ाकू जेट ने स्कूल के कम से कम तीन क्लासरूम पर बमबारी की। हमास द्वारा संचालित गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने स्कूल पर इजरायल के हमले की निंदा की और इसे 'भयानक नरसंहार' बताया। कार्यालय ने कहा कि इजरायली सेना हमलों को जारी रखे हुए है, जो नागरिकों के खिलाफ किए गए नरसंहार के अपराध का सबूत है।
हमास ने कहा कि इजरायल और अमेरिका को मानवता को खतरे में डालने वाले और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाले इन अपराधों की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। बता दें कि अमेरिका की पहल पर इजरायल और हमास के बीच काहिरा और दोहा में अप्रत्यक्ष शांति वार्ता जारी है, जिसमें कतर और मिस्र अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
इजराइल की डिफेंस फोर्स IDF ने इस हमले की पुष्टि की है। IDF ने दावा किया है कि UNRWA के इस स्कूल में हमास की नुखबा फोर्स के लड़ाकों ने पनाह ले रखी थी। इजराइल ने एयरस्ट्राइक में उन्हें ही निशाना बनाया। IDF ने दावा किया है कि स्कूल पर हमले से पहले इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी। इस दौरान इस बात पर खास ध्यान दिया गया था कि वहां मौजूद आम नागरिकों को ज्यादा नुकसान न पहुंचे।
इजराइल-हमास के बीच जंग शुरू होने के बाद से 10 लाख से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। इन्होंने गाजा में अलग-अलग जगहों पर स्कूलों और अस्पतालों में पनाह ले रखी है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, नुसीरत रिफ्यूजी कैंप गाजा पट्टी के बीचों-बीच मौजूद है।