MP में प्रवासी मजदूर को ऐसे माना अतिथि

मुख्यमंत्री ने कलेक्‍टरों से कहा था कि पैदल यात्रा कर रहे लोगों का जिलों में अतिथि के रूप में स्वागत कर आवश्यक सुविधा प्रदान की जाये।

Publish: May 11, 2020, 03:46 PM IST

Photo courtesy : twitter
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रविवार को जिला कलेक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था पैदल यात्रा कर रहे लोगों की समस्या को पूरी संवेदनशीलता के साथ समझते हुये जिलों में उनका अतिथि के रूप में स्वागत कर आवश्यक सुविधा प्रदान की जाये। अन्य राज्‍यों से प्रदेश के जिलों में पहुँचे पदयात्री श्रमिकों के लिये भोजन और रहने की व्यवस्था कर आगे की यात्रा के लिये उन्हें वाहन उपलब्ध करवाया जाए। राज्य सरकार द्वारा इन श्रमिकों को उनके मूल प्रांतों तक सुविधाजनक ढंग से पहुँचाने के लिये संबंधित प्रांतों के अधिकारियों से चर्चा भी की गई है।

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मगर मुख्‍यमंत्री के कहे का असर नहीं हुआ। शिवराज के ही गृह जिले सीहोर से आधी रात आई तस्‍वीर कुछ ओर ही बयान कर रही थी। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा कि ये तस्वीर मुख्यमंत्री के गृह ज़िले सीहोर की है। सैंकडों मील से भूखे-प्यासे पैदल आ रहे ये मज़दूर बारिश से ख़ुद को बचाने का जतन कर रहे थे। आज ही शिवराजजी ने प्रदेश भर के कलेक्टर्स को प्रदेश से गुजर रहे मज़दूरों के रहने-भोजन व घर जाने के साधन की व्यवस्था के निर्देश दिये थे। निर्देशों की ये हक़ीकत?

एक अन्‍य ट्वीट में सलूजा ने कहा है कि शिवराजजी दावा कर रहे हैं कि प्रदेश के 1 लाख 90 हज़ार श्रमिक अभी तक वापस लाये जा चुके है,शेष आ रहे है। प्रतिदिन 7 से 10 ट्रेनें वापस ला रही है। पहले दावा किया गया था कि कुल 1 लाख 25 हज़ार ही मज़दूर बाहर फँसे है, अब ये आँकड़ा? अभी भी हज़ारों मज़दूर वापस आना बाक़ी है। झूठे दावे शुरू...।