ठेले पर एमपी की स्वास्थ्य व्यवस्था: नहीं मिली एंबुलेस तो ठेले पर लादकर मरीज को पहुंचाया घर  

लोगों ने बताया कि अस्पताल में पांच एंबुलेंस हैं , मध्य प्रदेश के डिंडौरी का मामला ।

Updated: Feb 23, 2023, 12:31 PM IST

डिंडौरी। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं दम तोड़ती दिखाई दे रही है, अस्पताल में पांच एंबुलेंस होने के बावजूद परिजनों ने मरीज को ठेले पर लादकर घर ले जाना पड़ा। 

दरअसल, डिंडौरी के शहपुरा इलाके के वार्ड क्रंमाक 15 निवासी संतू पिता झडुआ बनवासी पल्लेदारी करते हैं। बुधवार को कार्य के दौरान उन्हें लकवा का अटैक आया। उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा ले जाकर भर्ती कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद डाक्टरों ने मेडिकल अस्पताल जबलपुर रेफर कर दिया। आर्थिक हालात ठीक न होने के चलते संतू की पत्‍नी ने जबलपुर ले जाने में असमर्थता जाहिर की। हाथ ठेले में लिटाकर संतु को उसकी पत्‍नी अन्य लोग अपने घर ले गए। 

स्थानीय लोगों के मुताबिक अस्पताल में चार से पांच एंबुलेंस हैं। इसके बाद भी गुरुवार को नगर के मुख्य मार्ग में एक महिला अपने लकवाग्रस्त पति को बीमारी होने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य क्रेन्द्र शहपुरा से हाथ ठेला में अपने घर ले जाती नजर आई। इस स्थिति को देखकर कोई भी जिम्मेदार महिला की मदद को आगे नहीं आया।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में भी एंबुलेंस न मिलने की वजह से एक सात साल का मासूम अपने पिता को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचा था। परिजन 108 एंबुलेंस को सूचना देने के बावजूद कई घंटों तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। फिर सात साल के लड़के ने अपने पिता को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचाया।