प्रख्यात लेखक पीयूष बबेले बने पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया सलाहकार, कहा- MP में कांग्रेस की वापसी तय

पीयूष बबेले देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में अहम पदों पर रह चुके हैं। गूढ़ विषयों को सरल भाषा में व्यक्त करना उनका खास अंदाज है। उनकी किताब ‘नेहरू मिथक और सत्‍य’ एक कालजयी रचना मानी जाती है।

Updated: Jan 06, 2023, 11:18 AM IST

भोपाल। चुनावी साल में प्रवेश करते ही मध्य प्रदेश कांग्रेस बेहद आक्रामक नज़र आ रही है। इसी बीच पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रख्याक लेखक व पत्रकार पीयूष बबेले को अपना मीडिया सलाहकार मनोनित किया है। देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में अहम भूमिका निभा चुके पीयूष बबेले मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के भी आधिकारिक मीडिया सलाहकार होंगे।

प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार देर शाम एक आदेश जारी कर बबेले की नियुक्ति की घोषणा की। पीयूष बबेले बीते एक साल से अनौपचारिक रूप से मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग में सलाहकार की भूमिका का निर्वहन कर रहे थे। वे शिवराज सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भी सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार मुखर थे। वह प्रदेश के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी माने जाते हैं। 

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया सलाहकार मनोनित किए जाने पर पीयूष बबेले ने पीसीसी चीफ कमलनाथ का आभार जताया है। हम समवेत से बातचीत के दौरान बबेले ने कहा कि, 'आगामी विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की वापसी तय है। साल के अंत में कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एमपी कांग्रेस में बतौर मीडिया सलाहकार मेरा दायित्व शिवराज सरकार के झूठ, फ़रेब और खोखले दावों को मीडिया के माध्यम से जनता के सामने लाना है। साथ ही कमलनाथ सरकार के 15 महीने, जो प्रदेश का स्वर्णिम काल था, के दौरान शासन द्वारा लिए गए जनहितकारी निर्णयों से भी हम लोगों को अवगत कराना है।'

बता दें कि पीयूष बबेले देश-विदेश में मुख्य रूप से अपनी लेखनी के लिए जाने जाते हैं। वह पिछले डेढ़ दशक से राजनीतिक विश्लेषण और ग्रामीण भारत की अनकही कहानियों को राष्ट्रीय पटल पर व्यक्त करते रहे हैं। गूढ़ विषयों को सरल भाषा में व्यक्त करना उनका खास अंदाज है। राजनीति व इतिहास पर उनकी गहरी पकड़ है। 

भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त करने के बाद पीयूष बबेले देश के कई मीडिया संस्‍थानों में अहम पदों पर रह चुके हैं। उन्होंने दैनिक भास्‍कर में बतौर पॉलिटिकल एडिटर व नेटवर्क 18 डिजिटल में बतौर एसोसिएट एडिटर काम किया है। साथ ही वह पीटीआई, इकोनॉमिक टाइम्स, इंडिया टुडे, अमर उजाला और ज़ी न्यूज जैसे संस्थानों में भी अहम पदों पर रह चुके हैं। 

स्‍वतंत्र लेखक के रूप में भी वह कई संस्‍थानों के लिए लेख आदि लिखते रहे हैं। उनकी किताब ‘नेहरू मिथक और सत्‍य’ आज के समय की कालजयी रचना मानी जाती है। यह पुस्तक मौजूदा समय में पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ फैलाए जा रहे तमाम झूठ का पर्दाफाश करती है। साथ ही युवा पीढ़ी के मन में नेहरू को लेकर उठने वाले तमाम समसामयिक सवालों के जवाब भी देती है।