मध्य प्रदेश में भी लागू हुआ पेसा कानून, शहडोल में राष्ट्रपति मुर्मू ने जारी की नियमावली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शहडोल में मध्य प्रदेश में पेसा कानून की नियमावली को जारी किया। इसके साथ ही मध्यप्रदेश यह कानून लागू करने वाला आठवां राज्य बन गया है।

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिरसा जयंती के मौके पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में पेसा कानून की नियमावली को जारी किया। इसके साथ ही मध्यप्रदेश यह कानून लागू करने वाला आठवां राज्य बन गया है। इससे पहले 7 राज्य छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र ने पेसा कानून बनाए हैं।
शहडोल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, 'राष्ट्रपति के रूप में ये मेरी मध्य प्रदेश की पहली यात्रा है। इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित भाई-बहनों के बीच आकर बहुत खुश हूं। हमारे देश में जनजातीय आबादी की संख्या दस करोड़ है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा आबादी मध्यप्रदेश में है। जनजातीय समुदाय के विद्यार्थियों को आज सम्मानित किया गया है, उन्हें देखकर उम्मीद करती हूं कि आने वाला समय और अधिक उज्ज्वल होगा।
LIVE: President Droupadi Murmu addresses the Janjatiya Samagam on the occasion of Janjatiya Gaurav Divas at Shahdol, Madhya Pradesh https://t.co/5b1V0mqGwu
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
इस दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा- पेसा एक्ट लागू हो जाने से ग्राम सभा अब बहुत अधिक शक्तिशाली हो गई है। वहीं सीएम चौहान ने कहा कि, 'पेसा एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है। सामाजिक समरसता के साथ ये कानून हम लागू कर रहे हैं। कई लोग लालच में छल-कपट से आदिवासी बिटिया से शादी कर लेते हैं, उसके नाम से जमीन खरीद लेते हैं, लेकिन अब ये नहीं होगा। यदि यह पता चलता है कि किसी ने छल से जमीन नाम करवा ली है, तो ग्रामसभा उस जमीन को वापस करवाएगी।'
जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शाम को भोपाल पहुंचीं। पहली बार राजधानी पहुंचने के बाद स्टेट हैंगर पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल मंगु भाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल पहुंचे। इसके बाद वह स्टेट हैंगर से राजभवन पहुंचीं।