MP में सुरक्षित नहीं हैं पुलिसकर्मी, डेढ़ साल में पुलिस पर हमले की 461 घटनाएं हुईं
विधानसभा में एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि एक जनवरी 2024 से 30 जून 2025 के बीच प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर हमले की 461 घटनाएं दर्ज हुईं। इन हमलों में 612 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि 5 की जान चली गई।

भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर लगातार हो रहे हमले की घटनाएं चिंता का कारण बनी हुई हैं। राज्य में विगत डेढ़ वर्ष में पुलिस वालों पर हमले की चार सौ से अधिक घटनाएं हुईं हैं। इस बात की जानकारी स्वयं सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में दी है।
विधानसभा में कांग्रेस विधायक और पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन ने इस संबंध में सवाल पूछे थे। इसके जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि एक जनवरी 2024 से 30 जून 2025 के बीच प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर हमले की 461 घटनाएं दर्ज हुईं। इन हमलों में 612 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि 5 की जान चली गई।
इधर, इंदौर और भोपाल में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद चोरी, वाहन चोरी, लूट, हत्या, महिलाओं पर अत्याचार, अनुसूचित जाति-जनजाति पर अत्याचार जैसे अपराधों की संख्या को लेकर भी चौकाने वाले आंकड़े समाने आए हैं। प्रदेश के दोनों बड़े शहरों में कमिश्नर प्रणाली 9 दिसंबर 2021 को लागू की गई थी।
विधानसभा में बताए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 9 दिसंबर 2021 से 12 जुलाई 2025 के बीच इंदौर में चोरी की 3061 घटनाएं दर्ज हुई, जबकि वाहन चोरी की 11567 घटनाएं सामने आई। इसके अलावा, लूट के 532 मामले और हत्या के 308 मामले, महिलाओं पर अत्याचार के 5045 मामले, एससी-एसटी पर अत्याचार के 409 मामले दर्ज हुए।
भोपाल में इस अवधि के दौरान चोरी के 2378 प्रकरण दर्ज हुए, वाहन चोरी के 5654, लूट के 191, हत्या के 158 और महिलाओं पर अत्याचार के 8664 मामले, जबकि एससी-एसटी पर अत्याचार के 356 मामले दर्ज किए गए।