MP : Rewa में एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट का उद्घाटन

PM Modi : Sure, Pure और Secure है सोलर ऊर्जा,

Publish: Jul 11, 2020, 12:35 AM IST

भोपाल। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार 10 जुलाई को मध्य प्रदेश के रीवा में बने अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी वीडियो ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका लोकार्पण किया जिसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रभारी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह व प्रदेश के अन्य विधायक व सांसद भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शामिल रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रीवा का पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है लेकिन अब इसमें एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर का नाम भी जुड़ गया है।

PM Modi ने कहा कि, 'सौर ऊर्जा 21वीं सदी की सबसे बड़ी जरूरत है क्योंकि यह sure है pure है और secure है। Sure इसलिए क्योंकि ऊर्जा के दूसरे स्रोत खत्म हो सकते हैं, लेकिन सूर्य सदा पूरे विश्व में चमकता रहेगा। Pure इसलिए, क्योंकि ये पर्यावरण को सुरक्षित रखने में मदद करता है। Secure इसलिए क्योंकि ये हमारी ऊर्जा जरूरतों को सुरक्षित करता है। बिजली सबतक पहुंचे, पर्याप्त पहुंचे। हमारा वातावरण, हमारी हवा, हमारा पानी भी शुद्ध बना रहे, इसी सोच के साथ हम निरंतर काम कर रहे हैं। यही सोच सौर ऊर्जा को लेकर हमारी नीति और रणनीति में भी स्पष्ट झलकती है।'

सस्ती बिजली का हब बनेगा मध्यप्रदेश

पीएम मोदी ने कहा कि इस परियोजना से मध्यप्रदेश निश्चित रूप से सस्ती व साफ सुथरी बिजली का हब बन जाएगा। उन्होंने कहा, 'इसका सबसे अधिक लाभ मध्यप्रदेश के गरीब, मध्यम वर्ग के परिवारों, किसानों और आदिवासियों को होगा। यह प्लांट इस दशक में क्षेत्र को बहुत बड़ा ऊर्जा का केंद्र बनाने में मदद करेगा। जैसे-जैसे भारत विकास के नए शिखर की तरफ बढ़ रहा है, हमारी आशाएं-आकांक्षाएं बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे हमारी ऊर्जा की, बिजली की जरूरतें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में आत्मनिर्भर भारत के लिए बिजली की आत्मनिर्भरता बहुत आवश्यक है।'

भविष्य में 10 हजार MW बिजली उत्पादन करेगा मध्यप्रदेश

उद्घाटन के दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश भविष्य में करीब 10 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा। उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी परियोजना के नवाचारों के लिए मान्यता दी गई। इसी का परिणाम है कि रीवा सौर परियोजना ने नये कीर्तिमान रचे हैं। इस परियोजना से प्राप्त बिजली तापीय परियोजना से प्राप्त बिजली से सस्ती है। मध्यप्रदेश सोलर पॉवर के क्षेत्र में जो आगे बढ़ा है, वह प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा का परिणाम है। हम इस क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।'

एशिया का है सबसे बड़ा सोलर प्लांट

यह प्‍लांट मध्यप्रदेश के रीवा में बनकर तैयार हुआ है और एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट है। यह परियोजना रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड, मध्यप्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड और भारत की सौर उर्जा निगम की एक ज्वाइंट वेंचर है। यह प्लांट मध्यप्रदेश के रीवा जिला मुख्यालय से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर गुढ़ में 1590 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। यह परियोजना सालाना लगभग 15 लाख टन कार्बन डाईऑक्साइड के बराबर कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी। बता दें कि रीवा अल्‍ट्रा को सोलर पार्क बनाने के लिये 138 करोड़ रुपये की मदद दी गई थी। पार्क बनने के बाद रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड ने नीलामी से कंपनियों को चुना था।

750 मेगावाट बिजली उत्पादन की है क्षमता

इस सौर संयंत्र की क्षमता 750 मेगावट बिजली उत्पादन की है। इस परियोजना में एक सौर पार्क के अंदर स्थित 500 हेक्टेयर भूमि पर 250-250 मेगावाट की तीन सौर उत्पादन इकाइयां शामिल हैं। बता दें कि यहां बनने वाली बिजली में से 24 प्रतिशत दिल्ली मेट्रो को जबकि शेष 76 प्रतिशत बिजली मध्य प्रदेश के राज्य बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को जाएगी। इसी साल जनवरी में 750 मेगावाट की क्षमता के साथ यहां बिजली उत्पादन शुरू हो गया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी से समय नहीं मिलने की वजह से इसका लोकार्पण नहीं हो पाया था।

क्यों खास है यह परियोजना?

यह परियोजना ग्रिड समता अवरोध को तोड़ने वाली देश की पहली सौर परियोजना है। साल 2017 की शुरुआत में उस समय की मौजूदा सौर परियोजना की लगभग 4.50 रुपये प्रति यूनिट की दर की तुलना में रीवा परियोजना ने 15 वर्षों तक 0.05 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ पहले साल 2.97 रुपये प्रति यूनिट का लक्ष्य हासिल कर चुकी है। वहीं 25 साल की अवधि के लिए 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर का ऐतिहासिक लक्ष्य भी हासिल हो चुका है। इसे इनोवेशन और उत्कृष्टता के लिए वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसिडेंट अवॉर्ड भी मिला है वहीं प्रधानमंत्री की ‘अ बुक ऑफ इनोवेशन: न्यू बिगनिंग्स’ किताब में भी शामिल किया गया है।