नतीजा आने से पहले ही प्रतिमा बागरी ने मानी हार, हाथ जोड़ते हुए निकलीं बाहर

प्रतिमा बागरी ने रैगांव सीट पर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, 31 वर्षों से बीजेपी का पाले में रही यह सीट अब कांग्रेस के खाते में जा रही है

Updated: Nov 02, 2021, 10:30 AM IST

Photo Courtesy : Twitter
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भोपाल। सतना की रैगांव सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा अब समाप्त होने वाला है। इस सीट पर पिछले 31 वर्षों से बीजेपी का कब्ज़ा था। लेकिन कांग्रेस की कल्पना वर्मा के आगे बीजेपी की उम्मीदवार प्रतिमा बागरी पिछड़ गईं। मतगणना के दौरान खुद को लगातार पिछड़ता देख प्रतिमा बागरी ने अपनी हार मान ली और हाथ जोड़ते हुए मतगणना स्थल से बाहर आ गईं।  

दोपहर साढ़े तीन बजे तक रैगांव सीट से कल्पना वर्मा प्रतिमा बागरी से 9,226 वोटो से आगे चल रही थीं। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक कल्पना वर्मा को 55 हज़ार 350 वोट मिले थे। जबकि प्रतिमा बागरी के पक्ष में 46 हज़ार 124 वोट आए थे। वोटों की गिनती में से 50 फीसदी से ज़्यादा वोट कल्पना वर्मा के पाले में पड़े थे।  

रैगांव सीट बीते चुनावों में बीजेपी के खाते में आई थी। यहां से बीजेपी के जुगल किशोर बागरी ने कल्पना वर्मा को ही हरा कर चुनाव जीता था। लेकिन जुगल किशोर बागरी का निधन होने के कारण यह सीट रिक्त हो गई। चुनाव से पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि बीजेपी इस सीट से बागरी परिवार के ही किसी सदस्य को मैदान में उतार सकती है। लेकिन बीजेपी ने इस सीट पर प्रतिमा बागरी पर दांव खेलना ज़्यादा मुनासिब समझा, जिसे चुनावी नतीजों ने गलत करार दे दिया।  

रैगांव सीट के अलावा मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट के साथ-साथ पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा सीट पर चुनाव हुए थे। जोबट सीट पर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ीं सुलोचना रावत ने 6 हज़ार से ज़्यादा वोटों से जीत दर्ज कर ली। इस सीट पर कांग्रेस ने महेश पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं खंडवा लोकसभा सीट पर बीजेपी की बढ़त बनी हुई है। जबकि पृथ्वीपुर में  भाजपा के शिशुपाल सिंह आगे चल रहे हैं।