रतलाम विधायक ने वेतन-भत्ता त्यागने का किया ऐलान, MP के सबसे अमीर MLA हैं चैतन्य कश्यप

चैतन्य कश्यप ने कहा उनके वेतन-भत्तों की राशि सरकारी खजाने में जमा करा दें। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मुझे इस योग्य बनाया है कि मैं जन सेवा में थोड़ा योगदान कर सकूं। इसलिए वेतन भत्ता नहीं लेने का फैसला किया है।

Updated: Dec 23, 2023, 09:38 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे अमीर विधायक चैतन्य कश्यप ने वेतन-भत्ता त्यागने का ऐलान किया है। 15वीं विधानसभा में भी रतलाम शहर से भाजपा विधायक चैतन्य कश्यप ने वेतन-भत्ता नहीं लिया था। कश्यप ने गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन को इसकी सूचना दी थी।

रतलाम विधायक ने कहा कि उनके वेतन-भत्तों की राशि सरकारी खजाने में जमा करा दें। वह बोले राष्ट्रसेवा और जनहित मेरा ध्येय है। किशोरा अवस्था से ही सामाजिक कार्यों में अग्रसर हूं। ईश्वर ने मुझे इस योग्य बनाया है कि मैं जन सेवा में थोड़ा योगदान कर सकूं। इसलिए वेतन भत्ते और पेंशन नहीं लेने का निश्चत किया है। पिछली दो विधानसभा में भी मैंने वेतन भत्ते ग्रहण नहीं किए थे।

उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि मुझे प्राप्त होने वाले भत्ते एवं पेंशन का राज्यकीय कोष से आहरण न हों ताकि उस राशि का सदुपयोग प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्य हो सकें। बता दें कि मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा में चैतन्य काश्यप सबसे अमीर विधायक हैं। उन्होंने नामांकन फॉर्म में 294 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति बताई है। उनकी सालाना आमदनी 37 लाख रुपए हैं। 

मध्य प्रदेश के विधायकों को 30 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलता है, जबकि निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 35 हजार, कम्प्यूटर ऑपरेटर भत्ता 15 हजार रुपये, लेखन सामग्री-डाक भत्ता के रूप में 10 हजार रुपये प्रति महीने मिलते हैं। इस तरह अन्य भत्तों को मिलाकर प्रत्येक विधायक को महीने के करीब 1 लाख 10 हजार रुपये मिलते हैं।