सागर: कोरोना से नही, वैक्सीन के बाद बुखार का डर, महिलाएं नही लगवा रहीं टिका

कोरोना वायरस से बचने के लिए वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है। गांवों में वैक्सिनेशन सेंटर बनाएं गए हैं। सागर जिला से 50 किलोमीटर दूर रहली तहसील अंतर्गत आने वाला छिरारी गांव में अफवाह फैलने की वजह से वैक्सीन लगाने से महिलाएं डर रहीं हैं। स्थिति यह है छिरारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े 16 गांवों में रहने वाले 22 हजार लोगों में से अब तक 535 लोगों ने ही टिका लगवाया है।

Updated: May 16, 2021, 06:19 AM IST

Photo courtesy: bhaskar
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भोपाल/सागर। कोरोना वायरस से बचने के लिए वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है। गांवों में वैक्सिनेशन सेंटर बनाएं गए हैं। सागर जिला से 50 किलोमीटर दूर रहली तहसील अंतर्गत आने वाला छिरारी गांव में अफवाह फैलने की वजह से वैक्सीन लगाने से महिलाएं डर रहीं हैं। स्थिति यह है छिरारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े 16 गांवों में रहने वाले 22 हजार लोगों में से अब तक 535 लोगों ने ही टिका लगवाया है।

 

गांव के शोभाराम पटेल ने बताया  कि टीका लगने के बाद आने वाले बुखार से महिलाएं डर रही हैं। उन्हें खाना बनाने से लेकर घर के कामकाज की भी चिंता है, इसलिए टीका नहीं लगवा रहीं। स्थिति यह है कि छिरारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े 16 गांवों में रहने वाले 22 हजार लोगों में से अब तक 535 ने ही टीका लगवाया है, जबकि इसी क्षेत्र के अन्य गांवों को मिलाकर अब तक कुल 26 हजार 400 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इनमें छिरारी का एक भी युवा शामिल नहीं है। यहां केवल एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां ताला लटका है।


छिरारी गांव के डब्बू नाहर ने अफवाह के बारे में बताया कि गांव की कोई महिला टीका नहीं लगवा रही हैं। एक महीने पहले यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ था। इस दौरान 452 बुजुर्गों ने पहला डोज  लगवाया था। लेकिन इसके बाद गांव में तीन बुजुर्ग महिलाओं की मौत हो गई। अफवाह ऐसी फैली कि उन्हें टीका लगवाने के बाद तेज बुखार आया और मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि इस घटना को 15 दिन बीत जाने के बाद भी लोगों का भ्रम दूर नहीं हुआ। बाद में वैक्सीनेशन करने वाली हेल्थ वर्कर ही संक्रमित निकली और वैक्सीन की कमी के चलते गांव का टीकाकरण केंद्र भी बंद करना पड़ा। अब गांव में यदि किसी को टीका लगवाना है तो उसे 10 किमी दूर रहली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना होगा।

वहीं, गौरझामर के गुगवारा गांव के लोगों ने मिशाल पेश की है।यहां के लोगों ने बढ़ चढ़ कर टीकारण कराया है। यहां के सरपंच और रोजगार सहायक ने मिलकर बुजुर्गों को गाड़ी की सुविधा दी और 60 साल से ज्यादा 311 लोगों में से 295 यानी 90 फीसदी का टीकाकरण कराया।

यहां 45 साल से ज्यादा उम्र के भी 80 फीसदी लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। वहीं, जनता कर्फ्यू के कारण 3400 की आबादी वाले गुगवारा में अभी तक एक भी पॉजिटिव नहीं मिला और न ही कोई मौत हुई। छिरारी समेत करीब 160 गांवों के वैक्सीनेशन, कोरोना की जांच और इलाज का जिम्मा रहली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर है। यहां अन्य सभी प्राथमिक और उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े हैं।