रीवा में सरपंच पति की गुंडगर्दी, युवक को बेरहमी से पीटा, मुंह से जूते भी उठवाए

रीवा में एक शख्स को अर्धनग्न कर डंडे और घूसों से पीटा गया। मुंह से जूते उठवाए। मारपीट करने वाला शिक्षा विभाग में कार्यरत है और उसकी पत्नी सरपंच है।

Updated: Aug 12, 2023, 07:58 AM IST

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा में सरपंच पति द्वारा एक युवक के साथ अमानवीय कृत्य करने का मामला प्रकाश में आया है। यहां एक शख्स को अर्धनग्न कर डंडे और घूसों से पीटा गया। मुंह से जूते भी उठवाए गए। मारपीट करने वाला स्कूल शिक्षा विभाग में क्लर्क है और उसकी पत्नी सरपंच है। वीडियो सामने आते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 

मामला हनुमना थाना अंतर्गत पिपराही ग्राम पंचायत का है। आरोपी जवाहर सिंह प्रतापगंज शासकीय स्कूल में पदस्थ है। उसकी पत्नी सरपंच है। दो साल पहले तक 35 साल का युवक सरपंच का पिकअप वाहन चलाता था। इसी दौरान उसने सरपंच के पड़ोस में जमीन खरीद ली थी। जमीन पर सरपंच परिवार का कब्जा था। इस कारण जवाहर सिंह उससे खुन्नस रखने लगा। वह युवक से अक्सर लेनदेन को लेकर बहस करता था।

वीडियो मई 2021 का बताया जा रहा है, जो अब सामने आया है। जवाहर सिंह ने पीड़ित को अपने घर बुलाया और कहा कि जमीन भले ही बगल में खरीद लिए हो, लेकिन कब्जा नहीं कर पाओगे। इसके बाद जवाहर ने युवक को पीटना शुरू कर दिया। वीडियो में नजर आ रहा है कि आरोपी युवक को अर्धनग्न कर लाठी से पीट रहा है। इसके बाद लगातार कई मुक्के मारे, जिससे उसका जबड़ा चोटिल हो गया। पीड़ित गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन जवाहर सिंह उसे गाली देते हुए पीटता रहा। मुंह से जूते भी उठवाए। 

बहरहाल, घटना के दो साल बाद इसका वीडियो वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जवाहर सिंह गौड़ सहित 3 आरोपियों पर मामला दर्ज किया है और गिरफ्तार कर इन्हें जेल भेज दिया है। ग्रामीणों के मुताबिक जवाहर सिंह आपराधिक प्रवृत्ति का है। गांव में उसकी धमक ऐसी है कि पंचायत चुनाव में कोई उसका विरोध नहीं कर पाता। उसकी पत्नी दो बार से सरपंच है और वह लाठी के दम पर चुनाव जीत जाता है।

घटना पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने कहा, 'यह रीवा में ही नहीं, सारे देश में हो रहा है। गरीब अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है। दुर्भाग्य है कि इसमें ज्यादातर ऐसे लोग शामिल हैं, जो कहीं न कहीं भाजपा के पदाधिकारी हैं। भाजपा से संबंधित हैं। सरकार कोई एक्शन नहीं ले रही है। केवल बयानबाजी कर देती है। इससे जाहिर है कि इस देश के दलितों को दबाकर उनका मत हासिल करना भारतीय जनता पार्टी की सुनियोजित चाल है।'