Sehore: पंचायत सचिवों को तीन महीने से वेतन नहीं

7 दिन में वेतन नहीं मिला तो करेंगे ‘वेतन नहीं, तो काम नहीं’ आंदोलन

Publish: Jul 12, 2020, 03:26 AM IST

सीहोर। जनपद पंचायत की 130 ग्राम पंचायतों के सचिवों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं मिलने से सचिवों आर्थिक तंगी से परेशान हैं। उन्हे परिवार का खर्च उठाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को मध्यप्रदेश ब्लाक सचिव संगठन जनपद पंचायत सीहोर के अध्यक्ष लखन लाल गौर के नेतृत्व में पंचायत सचिव सीईओ से मुलाकात की और पंचायत सचिवों ने सीईओ दिलीप जैन को एक ज्ञापन सौंपा है।

प्रदेश सरकार ने पंचायत सचिवों को कोरोना योद्धा घोषित किया है। बावजूद उसके उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं। उनके वेतन के लिए बजट आवंटन नहीं किया गया। परेशान पंचायत सचिवों ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन में वेतन भुगतान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि ‘वेतन नहीं, तो काम नहीं’ आंदोलन किया जाएगा। पंचायत सचिवों ने प्रशासन से जल्द वेतन जारी करने की मांग की है।

पंचायत सचिवों ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान रोकथाम और बचाव का काम वे लगातार कर रहे हैं। ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने कत्तव्यों का पालन किया जा रहा है।

पंचायत सचिव ग्रामीणों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और ग्राम पंचायत के काम में लगातार लगे हैं। सचिव संगठन ब्लॉक सीहोर की ओर से मांग की गई हैं कि सचिवों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द वेतन भुगतान किया जाए। सचिवों ने चेतावनी दी है कि वेतन नहीं मिलने पर वे अपनी मांगों को लेकर जिले के सभी ब्लाकों में एक ज्ञापन सौंपेंगे। जनपद पंचायत में सीहोर ब्लाक की ओर से ज्ञापन सौंपने वालों में ब्लाक अध्यक्ष लखन लाल गौर, नरेन्द्र चतुर्वेदी, चंपालाल परमार, गायत्री गौर और जगदीश जाट शामिल थे।