शहडोल में पेंट घोटाले के बाद अफसर एक घंटे में खा गये 13 किलो ड्राई फ्रूट्स, 6 लीटर दूध में 5 किलो चीनी डालकर बनी चाय

शहडोल के भदवाही पंचायत में जलगंगा अभियान के नाम पर अफसरों की आवभगत में 24 हजार रुपये के काजू-बादाम और नाश्ता पर खर्च दिखाया गया है।

Updated: Jul 11, 2025, 10:12 AM IST

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में स्कूल में ऑयल पेंट घोटाले के बाद सरकारी धन के दुरुपयोग करने का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां जल गंगा संवर्धन अभियान के पंचायत स्तरीय कार्यक्रम में अफसर एक घंटे के दौरान 13 किलो ड्राई फ्रूट्स खा गए। वहीं 6 लीटर दूध में 5 किलो शक्कर डालकर चाय भी बनाई गई।

कार्यक्रम 25 मई को भदवाही ग्राम पंचायत में हुआ था। इसमें कलेक्टर डॉ. केदार सिंह, जिला पंचायत सीईओ नरेंद्र सिंह, जयसिंह नगर की एसडीएम प्रगति वर्मा और जनपद सीईओ समेत कई अधिकारी शामिल हुए थे। ग्राम पंचायत ने मेजबानी करते हुए अफसरों के लिए टेंट, भोजन और नाश्ते की व्यवस्था की थी। इस दौरान अफसर एक घंटे भदवाही में रहे थे।

दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के आह्वान पर जिले में भी गांव-गांव में जल गंगा संवर्धन अभियान समाज एवं सरकार के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। अभियान के माध्यम से जहां पुरानी जल संरचनाओं कुआ, तालाब, बावड़ियों, जल स्त्रोतों, गांव में बहने वाली नदियों एवं नालों की साफ-सफाई का कार्य किया गया है। इसी के तहत शहडोल के इस पंचायत में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम में लगाए गए बिल अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। अफसरों के स्वागत सरकार में ग्राम पंचायत ने कोई कसर नहीं छोड़ी। 5 किलो काजू, 6 किलो बादाम और 3 किलो किशमिश खिलाने के नाम पर 19010 रुपए का भुगतान करवा लिया। अफसरों को चाय पिलाने के लिए 6 लीटर दूध और उसमें मिलाने के लिए 5 किलो शक्कर भी खरीदी गई। उसी बिल में 30 किलो नमकीन, 20 पैकेट बिस्कुट, 5 किलो शक्कर और 6 किलो दूध पर 19 हजार 10 रुपए व्यय किए गए।

ग्राम पंचायत द्वारा एक और बिल लगाया गया। इसमें काजू के दाम में गिरावट देखी गई। दरअसल, जिस बिल में गोविंद गुप्ता किराना स्टोर ग्राम भरी से 5 किलो काजू लाया गया, उसमें काजू की कीमत प्रति किलो 1000 रुपए दर्शाई गई। इसी तारीख को सुरेश तिवारी टी स्टॉल चुहिरी से एक किलो काजू मात्र 600 रुपए में खरीद लिया गया। इसके अलावा 10 रुपए वाले 50 रसगुल्ले भी अफसरों के लिए खरीदे गए। इसे 500 की जगह बिल में 1000 रुपए जोड़कर दाम बढ़ाया गया है।

ग्राम पंचायत ने अफसरों और ग्रामीणों को खिलाने के लिए पूरी और सब्जी की भी व्यवस्था की थी। पंचायत सरपंच और सचिव ने इसके लिए सुरेश तिवारी टी स्टॉल चुहीरी और नारायण टी स्टॉल चुहीरी से पूरी सब्जी के पैकेट खरीदे। साथ ही गोविंद किराना स्टोर से उसे बनाने वाला सामान भी खरीद लिया। मामले पर जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ एमपी सिंह ने कहा कि हम लोग उस आयोजन में गए थे, लेकिन वहां इतना ड्राईफ्रूट नहीं था। बिलों की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।