हरियाणा में एमपी की मासूम बच्ची की रेप के बाद हत्या, शिवराज ने खट्टर से कहा दोषी को सख्त सज़ा दें

रेप पीड़िता के परिवार को शिवराज सरकार ने 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है

Updated: Dec 22, 2020, 08:40 PM IST

Photo Courtesy : Navbharat Times
Photo Courtesy : Navbharat Times

भोपाल/चंडीगढ़।  हरियाणा के झज्जर में मध्य प्रदेश की रहने वाली अबोध बच्ची के साथ हुए बलात्कार के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लिया है। शिवराज सिंह चौहान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को फोन कर कहा है कि रेप पीड़ित का बलात्कार कर हत्या करने वाले दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा होनी चाहिए। इसके साथ ही मध्य प्रदेश से एक पुलिस दल हरियाणा जल्द ही रवाना होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतक बच्ची के परिवार को 4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है।  

दरअसल रोज़गार की तलाश में दमोह का रहने वाला परिवार हरियाणा के झज्जर गया था। रेप पीड़िता के पिता झज्जर में मिस्त्री का काम करते हैं। आरोप है कि बीते रविवार की रात को विनोद नामक उनके पड़ोसी ने उनकी पांच वर्षीय अबोध बच्ची का बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। इस घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुरन्त हरियाणा के मुख्यमंत्री को फोन लगाकर दोषी पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। 

झज्जर के छावनी क्षेत्र में मिस्त्री का काम करने वाले दमोह के एक व्यक्ति परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पड़ोस में ही 26 वर्षीय विनोद कुमार उर्फ मुन्नी रहता है। नवभारत टाइम्स के मुताबिक सोमवार रात करीब 1 बजे विनोद ने पड़ोसी के घर का दरवाजा खटखटाया। विनोद काफी नशे में था, उसने पडोसी से कहा कि मुझे घर छोड़ दो। उसके बाद वह उसे घर छोड़ने चला गया। विनोद उसे घर लाया और वहां कमरे में बंद कर दिया। फिर उसके घर वापस आ गया। वहां उसकी पत्नी और 5 साल की बच्ची थी। उसने पहले पड़ोसी की पत्नी के साथ गंदी हरकत की और फिर बच्ची को उठा ले गया। इसके बाद घर जाकर उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म करके हत्या कर दी।

बच्ची के पिता ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी के घर का गेट तोड़ा, जहां बच्ची का शव बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दैनिक भास्कर के मुताबिक आरोपी विनोद ने जिस मकान में बच्ची से दरिंदगी की, वह उसकी मां ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनवाया था। इसमें विनोद, उसकी मां और उसका भाई रहते थे, लेकिन विनोद की आपराधिक प्रवृत्ति से परेशान होकर बाकी लोग घर छोड़कर चले गए और दूसरी जगह रहने लगे।