चला चली की बेला में है शिवराज सरकार, मंत्रिमंडल विस्तार से नहीं होगा कोई फायदा: कांग्रेस

कैबिनेट विस्तार का फैसला हड़बड़ाहट में लिया गया। आचार संहिता लगने के डेढ़ महीने पहले मंत्री बनाने से कोई असर नहीं पड़ेगा: राजेंद्र सिंह

Updated: Aug 24, 2023, 11:47 AM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि रूठे नेताओं को मनाने के लिए शिवराज सरकार मंत्रिमंडल विस्तार करने जा रही है। कैबिनेट विस्तार की अटकलों पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज सरकार चला चली की बेला में है। मंत्रिमंडल विस्तार से भी कोई फायदा नहीं होगा।

कैबिनेट विस्तार की अटकलों पर कांग्रेस के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह का बयान सामने आया है। राजेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार चला चली की बेला में है। कैबिनेट विस्तार का फैसला हड़बड़ाहट में लिया गया। आचार संहिता लगने के डेढ़ महीने पहले मंत्री बनाने से कोई असर नहीं पड़ेगा।

राजेंद्र सिंह ने आगे कहा कि सरकार के खिलाफ जो माहौल है वो वैसा ही रहेगा। जमीन पर शिवराज सरकार के खिलाफ जबरदस्त इनकंबेंसी है। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही इस मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ा जा रहा है। मुलाकात के बाद से ही मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर विधायकों के नाम भी तेजी से वायरल हो रहे हैं।

विंध्य क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ल, महाकौशल के बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन और एक उमा भारती के समर्थक को जल्द ही शपथ दिलाई जा सकती है। वर्तमान में मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के साथ 30 मंत्री हैं। जबकि कुल पद मुख्यमंत्री समेत 35 हैं। इस हिसाब से चार पद रिक्त हैं जिसे भरा जा सकता है। हालांकि, नए मंत्रियों को अभी शपथ दिलाई जाए तब भी उन्हें सिर्फ डेढ़ माह का ही वक्त मिलेगा। ऐसे में वे कोई विशेष कामकाज नहीं कर पाएंगे। माना जा रहा है कि भाजपा इस कैबिनेट विस्तार के जरिए विधानसभा चुनाव से पहले जातिगत समीकरण के साथ नाराजगी और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश करेगी।