कल से मैं न्याय नहीं कर सकूंगा, किसी का दिल दुखाया हो तो माफी, लास्ट वर्किंग डे पर बोले CJI चंद्रचूड़

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ रविवार, 10 नवंबर को सीजेआई के पद से रिटायर हो जाएंगे। उनकी जगह जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस होंगे।

Updated: Nov 08, 2024, 06:51 PM IST

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का शुक्रवार को अंतिम कार्यदिवस था। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ रविवार, 10 नवंबर को सीजेआई के पद से रिटायर हो जाएंगे। उनकी जगह जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस होंगे। 

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ शुक्रवार को कोर्ट में अपनी आखिरी बात बोलकर विदा हुए। उन्होंने कहा, "कोर्ट में कभी मेरे से किसी का दिल दुखा हो तो उसके लिए मुझे क्षमा कर दें। मिच्छामि दुक्कड़म, क्योंकि कोर्ट में मेरी ऐसी कोई भावना नहीं रही।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने 'मिच्छामि दुक्कड़म' वाक्यांश का उपयोग किया। इसका अर्थ है कि जो भी बुरा किया गया है वह व्यर्थ हो जाए। यह एक प्राचीन भारतीय प्राकृत भाषा का वाक्यांश है। इसका संस्कृत में अनुवाद है "मिथ्या मे दुष्कृतम्।" जैन धर्म में इस वाक्यांश का इस्तेमाल कई मौकों पर किया जाता है।

चीफ जस्टिस ने अपनी विदाई के लिए आयोजित समारोहिक पीठ से बार के सदस्यों से कहा कि कल से मैं ऐसे न्याय नहीं कर पाऊंगा, लेकिन मुझे काफी संतुष्टि है। मेरे बाद सोमवार से यह जिम्मेदारी संभालने आ रहे जस्टिस संजीव खन्ना के अनुभव काफी विस्तृत हैं। वे काबिल और प्रतिभावान हैं।

CJI चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे पर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। उनकी अध्यक्षता वाली 7 जजों की बेंच ने 4-3 के बहुमत से AMU के अल्पसंख्यक दर्जे को बरकरार रखा।