दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं, पेशाब कांड से आहत आदिवासी नेता ने BJP से दिया इस्तीफा

सीधी पेशाब कांड को लेकर प्रदेश के आदिवासियों में आक्रोश, भाजपा के जिला महामंत्री ने दिया इस्तीफा, कहा- पार्टी में या तो आदिवासी रहेंगे या विधायक केदारनाथ शुक्ला

Updated: Jul 07, 2023, 08:06 PM IST

सीधी। सीधी पेशाब कांड मामले में चौतरफा फजीहत झेल रही शिवराज सरकार डैमेज कंट्रोल में जुटी है। हालांकि, राज्य सरकार के तमाम हथकंडे नाकाम साबित हो रहे हैं। घटना को लेकर प्रदेश के आदिवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसी बीच घटना से आहत भाजपा के एक आदिवासी नेता ने इस्तीफा दे दिया है।

भाजपा के सीधी जिले के महामंत्री विवेक कोल में शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया। विवेक कोल ने कहा कि पार्टी में या तो आदिवासी समुदाय के लोग रहेंगे या विधायक केदारनाथ शुक्ला। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को संबोधित पत्र में विवेक कोल ने कहा कि, "मैं जब से पार्टी में शामिल हुआ तब से मैंने पार्टी के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य किया है, परन्तु कुछ वर्षों से मैं लगातार सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के कृत्यों से आहत होता रहा हूँ।" 

विवेक कोल ने लिखा कि, "शुक्ला ने हर तरफ अपने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए आतंक मचा रखा है, आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जा कर आदिवासी भाइयों पर अत्याचार किया, सीधी के व्यापारी सुनील भुर्तिया का अपहरण कर जानलेवा हमला करवाया और बाद में अपराधी धर्मेन्द्र शुक्ला को मंडल अध्यक्ष बनवा। साथ ही सीधी के कलाकारों और पत्रकारों को नंगा करके थाने में पिटवाना तो चल ही रहा था कि अब इनके प्रतिनिधि ने आदिवासी समाज के एक भाई के चेहरे में पेशाब कर दिया।"

विवेक कोल कहते हैं कि, "इस घटना के कारण मैं पिछले 3 दिनों से बहुत व्यथिय हूँ, जिस कारण सो नहीं पा रहा हूँ, मेरी बैचेनी बढ़ती ही जा रही है क्योंकि किसी भी मामले में आज तक प्रशासन ने एक भी कार्रवाई नहीं की है। इनके गुंडों के खिलाफ आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जब तक सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल भाजपा में रहेंगे तब तक मेरा यहां दम घुटता रहेगा, इसीलिए मैं आदिवासी भाइयों की लड़ाई बिना किसी दबाब के खुलकर लड़ना चाहता हूँ और पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूँ।"

विवेक कोल ने आगे लिखा, "अब संगठन निर्णय ले कि क्या वो आदिवासियों के साथ है या फिर आदिवासियों, व्यापारी पत्रकारों, कलाकारों के ऊपर अत्याचार करने वाले सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के साथ।" उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद आदिवासी समुदाय के लोगों की बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया। माना जा रहा है कि आने वाले समय में आदिवासी समाज के कई अन्य नेता व कार्यकर्ता भाजपा से इस्तीफा दे सकते हैं।