आज देश में दलित-आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके वो हकदार थे, सागर में बोले पीएम मोदी

आज देश के दलित, पिछड़े और आदिवासियों को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे है, एससी-एसटी समाज के लोग आज अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं, आत्मनिर्भर बन रहे: पीएम मोदी

Updated: Aug 12, 2023, 05:40 PM IST

सागर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश में सागर के बड़तूमा में संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के दलित, पिछड़े और आदिवासियों को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे है, एससी-एसटी समाज के लोग आज अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं, आत्मनिर्भर बन रहे हैं।

संत रविदास मंदिर की आधारशिला रखने के बाद पीएम मोदी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि, 'आज संत रविदास जी के मंदिर का शिलान्यास किया है, और साल-दो साल में लाेकार्पण करने भी आऊंगा, और ये मौका संत रविदास जी मुझे देने ही वाले हैं। जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता।'

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'रविदास जी ने अपने दोहे में कहा- ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न, छोट बड़ों सब से, रैदास रहें प्रसन्न। आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी-भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। मैं भलि भांति जानता हूँ कि भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है, गरीब का स्वाभिमान क्या होता है। हमनें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरु की और देश के 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न देकर जनकल्याण का काम किया।'

पीएम मोदी ने कहा, 'कोई भी दलित, वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं। जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है।
आज देश में दलित और आदिवासी समाज को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके ये हकदार थे। आज देश सबका साथ, सबका विकास, साथ विश्वास और सबका प्रयास संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। आज देश के दलित, पिछड़ा और आदिवासियों को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे है। ना ये समाज कमजोर है और ना इनका इतिहास कमजोर है। इस समाज ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसलिए देश इनकी विरासत को सहेज रहा है।'

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'हमारे प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। देश में गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ दलित-आदिवासी-पिछड़े समाज को हो रहा है। पहले योजनाएं चुनावी मौसम के हिसाब से आती थीं। आज हम देश के 7 करोड़ भाई-बहनों को सिकल सेल से मुक्ति के लिए अभियान चला रहे हैं। देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए काम हो रहा है। इन बीमारियों से सबसे ज्यादा दलित, वंचित और गरीब परिवार शिकार होते थे।'

विधानसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी के दौरे को सियासी मायनों में खास माना जा रहा है। भाजपा की कोशिश दलित और आदिवासी मतदाताओं को साधने की है। इसी मकसद के साथ पीएम मोदी का यह कार्यक्रम तय किया गया था। चूंकि, 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा दलित और आदिवासी मतदाताओं की नाराजगी का नतीजा भुगत चुकी है। ऐसे में करीब 17 फीसदी दलित और 21 फीसदी आदिवासी मतदाताओं को लुभाने के लिए सत्ताधारी दल हर हथकंडे अपना रही है। बहरहाल, इस तथ्य को को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता है कि देश में दलित और आदिवासियों के साथ सर्वाधिक अत्याचार मध्य प्रदेश में हो रहे हैं और इसे लेकर कांग्रेस सत्ताधारी दल पर लगातार हमलावर है।