सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत ने ली मंत्री पद की शपथ

दोनों ही नेता उपचुनाव के परिणाम आने के बाद से ही मंत्री पद का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे।

Updated: Jan 03, 2021, 07:46 PM IST

Photo Courtesy: Zee News
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भोपाल। सिंधिया समर्थक नेता तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत का मंत्री बनने का इंतज़ार आखिरकार आज समाप्त हो गया। तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत ने आज मंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोनों नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई । 

   

तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे करीबी माने जाते हैं। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद तुलसीराम सिलावट को जल संसाधन मंत्री तो गोविन्द सिंह राजपूत को परिवहन व राजस्व विभाग सौंपा गया था। लेकिन अक्टूबर महीने में 6 महीने की अवधि पूर्ण होने के कारण दोनों नेताओं को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस मर्तबा भी दोनों नेताओं को उनके पुराने विभाग मिलने की संभावना है।

तुलसीराम सिलावट उपचुनाव में सांवेर विधानसभा सीट से एक बार फिर निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस के प्रेम चंद गुड्डू को हराया है। तो वहीं गोविन्द सिंह राजपूत ने उपचुनाव में सुरखी विधानसभा सीट से कांग्रेस की पारुल साहू को हराया था। 

आज सुबह राजभवन जाने से पहले तुलसी सिलावट ने कहा था कि शिव ज्योति यानी शिवराज और सिंधिया की जोड़ी मप्र में इतिहास रचेगी। सिलावट ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत का स्वप्न सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में हम सब मिलकर पूरा करेंगे। सिलावट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफों में पुल बांधते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में विकास की गंगा बहा रहे हैं।