प्रयागराज की नहीं, सतना की है उज्जैन में हैवानियत की शिकार हुई बच्ची, पांच आरोपियों से पूछताछ जारी

उज्जैन में हैवानियत की शिकार बनी बच्ची सतना जिले के जैतवारा थाना इलाके में अपने दादा और खुद से तीन साल बड़े भाई के साथ रहती है। दादा बकरी चराने और मजदूरी का काम करते हैं। पीड़िता के पिता विक्षिप्त हैं। मां करीब 12 साल पहले घर छोड़कर जा चुकी हैं।

Updated: Sep 28, 2023, 07:06 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बीते दिन जिस 12 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी होने की जो कहानी सामने आई, उसमें एक नया मोड़ आ गया है। पीड़ित बच्ची की बोली के हिसाब से पुलिस उसे यूपी के प्रयागराज जिले का मानकर चल रही थी लेकिन अब पुलिस को अपनी पड़ताल में पता चला है कि पीड़ित बच्ची प्रयागराज की नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के सतना जिले की है। जो बीते कुछ समय से गुमशुदा थी और सतना जिले के संबंधित थाने में दर्ज रिपोर्ट तक दर्ज की गई थी।

सतना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि पीड़िता जिले के जैतवारा थाना इलाके के एक गांव में अपने दादा और खुद से तीन साल बड़े भाई के साथ रहती है। दादा बकरी चराने और मजदूरी का काम करते हैं। पीड़िता के पिता विक्षिप्त हैं। मां करीब 12 साल पहले ही घर को छोड़कर जा चुकी हैं। बघेल ने कहा कि उज्जैन में रेप का शिकार बनाई गई बच्ची मंदबुद्धि है।

दरअसल, अभी तक 12 साल की रेप पीड़ित बच्ची का नाम और पता किसी को मालूम नहीं था। इसके पीछे पीड़िता की स्थानीय बोली आड़े आ रही थी। अभी तक अंदाजा लगाया जा रहा था कि नाबालिग शायद उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की बोली बोल रही है। हालांकि, अब पुलिस को अब उसका स्थानीय पता मिल गया है। बालिका की एक दिन पहले ही सतना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। अब इस मामले में पांच लोगों से उज्जैन पुलिस पूछताछ रही है। यह लोग अलग अलग जगहों पर पीड़ित बालिका से मिले थे।

बता दें कि 25 सितंबर को नाबालिग बच्ची लहूलहान हालत में महाकाल थाना इलाके में दांडी आश्रम के पास मिली थी। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। दरिंदगी की वजह से उसे लगातार ब्लीडिंग हो रही थी और इसी हालत में 12 साल की इस मासूम ने मदद की आस में पैदल-पैदल 8 किमी का सफर तय किया। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। शिवराज सरकार ने कानून व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट में कहा, 'मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार - आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है - चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।'