इंदौर की जनता को कैंसर बांट रही सरकार, पीथमपुर में जहरीला कचरा जलाने पर भड़के जीतू पटवारी

इंदौर ने भाजपा को कई विधायक, सांसद और महापौर दिए, किंतु भाजपा बदले में कैसा जहर दे रही है, ये आने वाली पीढ़ियां बताएंगीं: जीतू पटवारी

Updated: Feb 28, 2025, 05:24 PM IST

इंदौर। यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाने की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू हो गई। जन भावनाओं के विरुद्ध जहरीले कचरे के निष्पादन को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि सरकार इंदौर के लोगों को जहर बांट रही है और आने वाली नस्लों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

जीतू पटवारी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'पीथमपुर और इंदौरवासियों, मैं फिर मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार के पूरे तंत्र को चुनौती देता हूं। यदि यूनियन कार्बाइड के कचरे में जहर नहीं है, तो रामकी कंपनी के आसपास के 10 किमी क्षेत्र में पानी की जांच करवा ले, यदि कैंसर के तत्व नहीं मिले, तो मैं सार्वजनिक माफी मांग लूंगा।' 

यह भी पढे़ं: पीथमपुर में जलाया जा रहा यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा, 24 थानों की पुलिस तैनात

पटवारी ने आगे लिखा, 'सरकार याद रखे कोर्ट की आड़ लेकर जनभावना को जिस तरीके से नजरअंदाज किया जा रहा है, उसकी गंभीर कीमत आने वाली नस्लों को चुकानी पड़ेगी। मैं फिर दोहरा रहा हूं इंदौर ने भाजपा को कई विधायक, सांसद और महापौर दिए, किंतु भाजपा बदले में कैसा जहर दे रही है, ये आने वाली पीढ़ियां बताएंगीं। मैं मुख्यमंत्री, इंदौर के दो-दो मंत्री, कलेक्टर के साथ पूरे सरकारी तंत्र को चुनौती देते हुए फिर कह रहा हूं, मेरे साथ चलें, पानी के सैंपल की जांच कर लें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।'

वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पटवारी पर पलटवार करते हुए कहा, 'जीतू पटवारी में जितनी समझ है, वह अपना काम कर रहे हैं। जिस चीज को सुप्रीम कोर्ट ने डिसाइड किया है, उस पर कांग्रेस टिप्पणी कर रही है। ये इन्ही कांग्रेस का ही फैलाया गया कचरा है। कांग्रेस ने मौत बांटी थी। भोपाल में 10 लाख से ज्यादा लोग यदि यूनियन कार्बाइड से मारे गए तो कांग्रेस की तत्कालीन सरकार की लापरवाही थी। कांग्रेस ने सालों तक इस बीमारी को फैलाए रखा। अब कांग्रेस लोगों के बीच भ्रम फैला रही है।'

दरअसल इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप से इनकार कर दिया है। इसके बाद यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे के निष्पादन के लिए ट्रायल शुरू किया गया है। फैक्ट्री के इंसीनरेटर में पहले ट्रायल रन में 10 टन कचरा नष्ट किया जा रहा है। मौके पर मध्यप्रदेश प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों समेत अन्य अफसर मौजूद हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम दो विशेषज्ञ डाक्टरों के साथ कंपनी परिसर के बाहर हैं।