शराबबंदी पर उमा भारती का यू टर्न, बोलीं- शराब सिर्फ MP की नहीं पूरे देश की समस्या

मीडिया से बातचीत के दौरान उमा भारती ने कहा कि सीएम शिवराज ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे अगली शराब नीति में हमारे प्रस्ताव और संशोधन को मानेंगे।

Updated: Sep 09, 2022, 12:15 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मुहिम छेड़ने वाली उमा भारती ने अब यू टर्न ले लिया है। उन्होंने 2 अक्टूबर को प्रस्तावित अपने आंदोलन को निरस्त करने का निर्णय लिया है। उमा ने तर्क दिया है कि शराब सिर्फ MP की नहीं बल्कि पूरे देश की समस्या है।

शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि, 'मैं अभी भी शराब बंदी के समर्थन में हूं, लेकिन मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही। मध्य प्रदेश की नई शराब नीति महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है। इसे लेकर मेरी सीएम शिवराज सिंह चौहान से बातचीत हो गई है।'

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उमा भारती ने आगे कहा कि, 'सीएम शिवराज ने मुझे भरोसा दिलाया है कि वे अगली शराब नीति में हमारे प्रस्ताव और संशोधन को मानेंगे। मैं इतना चाहती हूं कि सरकार शराब से आए राजस्व को अपना मूल आधार न बनाए। शराब मध्य प्रदेश की नहीं पूरे देश की समस्या है। मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही। मैंने सरकार में रहते कभी शराबबंदी नहीं की तो मैं दूसरे को कैसे कह सकती हूं। मेरा सुझाव सिर्फ इतना था कि सरकार को राजस्व के दूसरे विकल्प भी ढूंढना चाहिए।'

उमा भारती ने आगे कहा कि, 'राज्य सरकार अवैध शराब की बिक्री को लेकर सख्त कार्रवाई करे। मैं पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करती हूं, लेकिन ये संभव नहीं। शराब को रोकने के लिए केंद्र कोई नीति नहीं बना सकता। शराब को लेकर राज्यों को नीति बनाना चाहिए मेरा कहना यही है कि शराब किसी भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था नहीं बनना चाहिए। सीएम से हुई बातचीत के बाद बड़े स्तर पर किया जाना वाला आंदोलन निरस्त कर दिया गया है। 2 अक्टूबर को अब सीमित संख्या में कुछ महिलाओं के साथ भोपाल में लिली टॉकीज चौराहे पर सभा करूंगी।'