मध्य प्रदेश में मास्क पहनना फिर हुआ अनिवार्य, महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की होगी कोरोना जांच

मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने पर मुख्यमंत्री शिवराज ने की बैठक, कोरोना से सख्ती से निपटने के दिए आदेश

Updated: Feb 22, 2021, 02:39 PM IST

भोपाल। बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण में कोरोना से निपटने की तारीफें सुन चुकी सरकार को एक बार फिर कोरोना से सख्ती से निपटने की ज़रूरत आ पड़ी है। मध्यप्रदेश में तेज़ी से बढ़ते कोरोना के मामले को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के लिए आरटी पीसीआर जांच कराने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं। 

मध्यप्रदेश में कोरोना के मामलों में अचानक आई वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आपात बैठक की। बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य करने के आदेश जारी कर दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के सीमावर्ती ज़िलों में प्रवेश कर रहे हैं उनकी आरटी पीसीआर जांच की जाए। 

प्रदेश में पिछ्ले 24 घंटों में कोरोना के 294 मामले सामने आ चुके हैं। इंदौर में सबसे ज़्यादा 104 जबकि भोपाल में 76 मामले सामने आए हैं। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमरावती में एक हफ्ते का लॉकडाउन जबकि पुणे सहित कई ज़िलों में नाईट कर्फ्यू लगा दिया है। महाराष्ट्र की तर्ज़ पर मध्यप्रदेश में भी लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू लगाने की चर्चा चल पड़ी है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने इस तरह की किसी भी संभावना से इनकार किया है। 

 प्रदेश में  इस समय कुल 2104 एक्टिव मरीज हैं। इनमें इंदौर में 660 और भोपाल में 495 एक्टिव मरीज हैं। प्रदेश में अब तक 3854 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है। 24 घंटे में केस तो तेजी से आए हैं, पर मौत एक भी नहीं हुई है। राहत की बात यह है कि भिंड, छतरपुर, धार, मंदसौर, निवाड़ी और मुरैना में एक भी कोरोना मरीज नहीं है।