नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर नहीं भागूँगा, छात्र नेता ने जमानत राशि भरने के लिए PNB से मांगा लोन

नर्सिंग स्टूडेंट्स को लेकर पीएनबी मुख्यलय पहुंचे छात्र नेता रवि परमार, शाखा प्रबंधक से की लोन देने की गुजारिश, जमानत राशि के तौर पर 10 हजार रुपए मांग रहा प्रशासन

Updated: Jun 05, 2023, 06:43 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक छात्र नेता ने पीएनबी बैंक से 10 हजार रुपए लोन देने की गुहार लगाई है। छात्र नेता ने बैंक से यह लोन जमानत राशि भरने के लिए मांगी है। साथ ही बैंक को भरोसा दिलाया है कि रुपए लेने के बाद वह नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर नहीं भागेगा।

सोमवार दोपहर मध्य प्रदेश NSUI मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार दर्जनों नर्सिंग स्टूडेंट्स को लेकर पीएनबी मुख्यलय पहुंचे। रवि परमार ने यहां शाखा प्रबंधक को आवेदन सौंपकर 10 हजार रुपए लोन देने की गुहार लगाई, ताकि वे जमानत की राशि भर सकें।
पीएनबी बैंक के शाखा प्रबंधक को संबोधित आवेदन पत्र में रवि परमार ने लिखा है कि, 'हाल ही में मध्य प्रदेश में नर्सिंग घोटाला हुआ है जिसकी वजह से लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। प्रदेश के नर्सिंग छात्र-छात्राओं की समस्याओं को देखते हुए मैंने नर्सिंग घोटाले के विरुद्ध आवाज उठाई। इसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा मंत्रियों के कहने पर मेरे ऊपर ढेर सारे झूठे मुकदमें दर्ज कर दिए गए।'

लोन के लिए आवेदन पत्र में रवि परमार ने आगे लिखा, 'नर्सिंग छात्रों के भविष्य के लिए आवाज उठाने के कारण मुझे 5 से ज्यादा बार पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं 2-3 बार जेल भेज चुकी है। लेकिन अभी तक फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाड़े की वजह मेरे छोटे भाई बहनों की तीन वर्षों से परीक्षाएं नहीं हुई। वे पिछले तीन वर्षों से फर्स्ट ईयर में ही हैं, जबकि उन्हें थर्ड ईयर में होना चाहिए।' 

आवदेन पत्र में आगे लिखा है कि, 'नर्सिंग की पढ़ाई के लिए जिन स्टूडेंट्स ने लोन लिया था, उनकी जल्द ही किस्तें भी शुरू हो जाएगी। लेकिन नौकरी तो दूर डिग्री मिलने तक की संभावना नहीं दिख रही है। नर्सिंग छात्रों की परेशानियां देखकर मैं तनावग्रस्त हो गया हूं। शिक्षा माफियाओं द्वारा मुझे नर्सिंग छात्र-छात्राओं की लड़ाई लड़ने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इसी मंशा के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा मुझे 10 हजार रुपए की राशि 06 जून 2023 दोपहर 12 बजे तक जमा करने का आदेश जारी किया गया है। अन्यथा मुझे 6 माह के लिए कारावास में बंद करने के आदेश दिए गए हैं।'

परमार ने गुहार लगाते हुए कहा, 'मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं और 10 हजार रुपए जमा करने की आर्थिक स्थिति में नहीं हूं। आप मुझे आपके बैंक से 10 हजार रुपए का लोन देने की कृपा करें। मैं देश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं और संविधानिक मूल्यों के साथ साथ नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में सबसे ऊपर रखता हूं।' परमार ने बैंक को भरोसा दिलाया है कि लोन की रकम लेकर वह नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर नहीं भागेंगे।

हालांकि, इस भरोसे के बावजूद बैंक ने उन्हें तत्काल लोन देने से मना कर दिया। परमार के मुताबिक अधिकारियों ने उन्हें ऑनलाइन अप्लाई करने को कहा है। बहरहाल, अब देखना ये होगा कि जमानत राशि भरने के लिए बैंक लोन इश्यू करती है या नहीं।