कांग्रेस के संविधान में 6 बड़े संशोधन, कार्यसमिति में 50 फीसदी होगा महिलाओं और युवाओं का प्रतिनिधित्व

कांग्रेस के 85 वें अधिवेशन में संगठन के स्तर पर कई बड़े बदलाव किए गए हैं, एआईसीसी से लेकर शीर्ष नीति निर्धारण समिति तक में बदलाव किए गए हैं।

Updated: Feb 25, 2023, 11:18 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे कांग्रेस के 85वें अधिवेशन में कई अहम फैसले लिए गए हैं। कांग्रेस ने अपने संविधान में 6 बड़ा संशोधन किया है। इसमें से सबसे बड़ा संशोधन पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई (CWC) को लेकर किया गया है। अब सीडब्ल्यूसी के सदस्यों में महिलाओं और युवाओं का 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व होगा। कांग्रेस के संविधान ये बदलाव महाधिवेशन के मुख्य मंच से किए गए। ये बदलाव निम्न हैं :-

पहला: सामाजिक न्याय की क्रांति का आगाज

कांग्रेस के सीनियर नेता रणदीप सुरजेवाला ने महाधिवेशन के मुख्य मंच से कांग्रेस पार्टी की संविधान में संशोधन की जानकारी देते हुए बताया कि देश में सामाजिक क्रांति लाने के लिए पार्टी के संविधान में ये संशोधन किए गए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की जरूरत के हिसाब से काग्रेस ने अपने आप को बदला है। कमेटी ने अनुमोदन किया है कि पार्टी के पदों में एससी, एसटी, ओबीसी, महिला और युवाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण होगा। सुरजेवाला ने बताया कि पार्टी के अहम पदों पर 50 साल से कम उम्र के नौजवानों और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

दूसरा: डिजिटल मेंबरशिप

डिजिटल मेंबरशिप के लिए भी कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन किया है। इसके तहत 1 जनवरी 2025 के बाद से कांग्रेस पार्टी में पेपर मेंबरशिप नहीं होगी। सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप की सुविधा होगी। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी में डिजिटल और पेपर मेंबरशिप दोनों की सुविधा है। संशोधन के बाद कांग्रेस पार्टी पेपरलेस मेंबरशिप अपनाएगी।

तीसरा: रचनात्मक कदम

इसके अलावा बूथ कमेटी, पंचायत कमेटी के सदस्य भी प्रदेश कांग्रेस इकाई के सदस्य होंगे। इसके लिए भी कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन किया है। ग्राम पंचायत कमेटी के सदस्य ऑटोमेटिक पीसीसी के सदस्य हो जाएंगे। 

चौथा: प्रगतिशील बदलाव

कांग्रेस के सदस्यता फॉर्म में अब मां और पत्नी का भी नाम होगा। पहले सदस्यता फॉर्म में सिर्फ पिता का नाम शामिल होता था। इसके अलावा सदस्यता फॉर्म में थर्ड जेंडर का भी विकल्प दिया जाएगा। सुरजेवाला ने बताया कि राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के समक्ष ये मुद्दा उठाया था कि हमें मेंबरशिप फॉर्म में थर्ड जेंडर को भी मेंशन करना चाहिए।

पांचवां: राजीव गांधी के पंचायती राज का सपना

सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज का सपना देखा और उसे लागू किया। कांग्रेस पार्टी ने पंचायत स्तर पर कार्यकर्ताओं को ताकत देने के लिए निर्णय लिया है कि ब्लॉक स्तर पर जहां जहां कांग्रेस के चुने हुए सदस्य हैं, पीसीसी की ऑटोमेटिक डेलीगेट्स होंगे। इसके लिए पार्टी के संविधान में संशोधन किया गया है। 

छठा: सदस्यता से सशक्तिकरण

कांग्रेस पार्टी में अबतक आठ पीसीएस डेलीगेट्स पर एक आईसीसी डेलीगेट्स चुने जाते थे। अब 6 लोगों पर एक एआईसीसी के सदस्य बनेंगे। इसके बाद 1240 से बढ़कर एआईसीसी मेंबर्स की संख्या 1653 हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी के संविधान में सबसे बड़ा संशोधन सीडब्ल्यूसी मेंबर्स को लेकर किया गया था। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई में अबतक सदस्यों की संख्या 23 + 2 होती थी। हालांकि, अब कार्यसमिति में 35 सदस्य होंगे। खास बात ये है कि इसमें 50 फीसदी एससी, एसटी, ओबीसी, महिला और अल्पसंख्यक होंगे। कार्यसमिति में महिलाओं और 50 साल से कम उम्र के नेताओं के लिए 50 फीसदी पद आरक्षित होंगे। कांग्रेस के पीएम, पूर्व पीएम, कांग्रेस अध्यक्ष, और पूर्व अध्यक्ष, संसद में नेता, संसदीय दल के नेता कार्यसमिति के सदस्य होंगे। पार्टी के पूर्व पीएम और पूर्व अध्यक्ष आजीवन सीडब्ल्यूसी सदस्य होंगे।