दिल्ली में अफगानी मंत्री ने महिला पत्रकारों की एंट्री रोकी, महिलाओं के अपमान पर प्रियंका ने केंद्र को घेरा

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने PM मोदी से पूछा कि भारत में हमारे ही देश की कुछ सबसे सक्षम महिलाओं का अपमान कैसे होने दिया गया, जबकि महिलाएं ही देश की रीढ़ और गौरव हैं।

Updated: Oct 11, 2025, 12:24 PM IST

नई दिल्ली । तालिबानी विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी शुक्रवार को दिल्ली स्थित दूतावास में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे। इस दौरान वहां 20 पत्रकार मौजूद थे, लेकिन इनमें से एक भी महिला पत्रकार नहीं थी। मीडिया विद्वान के मुताबिक, मुत्तकी के साथ तालिबान के अधिकारियों ने ही ये तय किया था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन-कौन शामिल होगा। हालाँकि, भारतीय अधिकारियों ने सुझाव दिया था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकार को भी शामिल किया जाना चाहिए, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया।

देखिए, यह साफ नहीं है कि तालिबान ने भारत को पहले बताया था या नहीं कि वे महिला को नहीं बुलाएंगे। कांग्रेस ने इस पर सिद्धांत जारी करते हुए कहा कि वे हमारी भूमि पर महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव के खिलाफ भेदभाव बनाए रखने वाले कौन हैं? भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम मोदी से पूछा, 'भारत में हमारे ही देश की कुछ सबसे अक्षम महिलाओं का अपमान कैसे हो रहा है, जबकि महिलाएं ही देश की नेता और गौरव हैं।'

वहीं, विवाद बढ़ने पर भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। न ही उनकी तरफ से सुपरस्टार को बुलाया गया था। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस एफ़ैनी एम्बेसी में हुई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'जब वे दिल्ली आए तो मुंबई स्थित अफगानिस्तान के काउंसिल जनरल ने 10 अक्टूबर को ही सहयोगियों को आदेश दिया था। 'फ़ैफ़ैंग दूतावास भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं है।' बता दें कि अफगानी विदेश मंत्री 7 दिन के भारत दौरे पर हैं।

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री रिच मुत्तकी 9 अक्टूबर से भारत दौरे पर हैं। उन्होंने शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत की। दोनों संप्रदाय की बैठक के बाद कोई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई। अफगानी मंत्री ने अकेले अफगानिस्तान दूतावास में मीडिया से बात की। हालाँकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केवल चुनिंदा पुरुष पत्रकार और फ़्रांसीसी दूतावास के अधिकारी ही शामिल थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक भी महिला पत्रकार नहीं थी। कई महिला सुपरस्टार ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि उन्हें एंट्री ही नहीं दी गई।