गुलाम नबी आजाद के बाद अब आनंद शर्मा का इस्तीफा, हिमाचल में स्टीयरिंग कमेटी का चेयरमैन पद छोड़ा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई के पद से इस्तीफ दे दिया है, बीते दिनों पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने भी ऐसा ही किया था, उन्होंने कहा कि वे अपने स्वाभिमान के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं कर सकते

Updated: Aug 22, 2022, 03:02 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई के पद से इस्तीफ दे दिया है। बीते दिनों पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने भी ऐसा ही किया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने रविवार को कहा कि वे पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई की "संचालन समिति" के प्रमुख के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि वे अपने स्वाभिमान के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। माना जा रहा है कि प्रमुख बैठकों में नहीं बुलाए जाने के कारण आनंद शर्मा कांग्रेस में खुद को उपेक्षित और अलग-थलग महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि वे कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार में हिस्सा लेंगे।

हिमाचल चुनाव से ठीक पहले कद्दावर नेता आनंद शर्मा का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि कभी गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे आनंद शर्मा काफी समय से पार्टी हाईकमान के विरोधी बन गए थे। शर्मा पार्टी के उन 23 असंतुष्ट नेताओं में भी शामिल थे, जिन्होंने नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। इसके बाद से वो लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे।

माना जाता है कि लंबे समय से राज्यसभा के सदस्य रहे आनंद शर्मा चाहते थे कि गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद उनको राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाया जाए। जबकि कांग्रेस पार्टी ने उनके बजाय मल्लिकार्जुन खड़गे को चुना। इसके बाद से ही आनंद शर्मा की नाखुशी पार्टी आलाकमान से बढ़ने लगी थी और वे पार्टी विरोधी बयानबाजी करने लगे थे।

आनंद शर्मा के बारे में ये मशहूर रहा है कि वे कभी जमीनी नेता नहीं रहे। मनमोहन सिंह सरकार में कांग्रेस ने आनंद शर्मा को केंद्रीय कामर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर भी बनाया था।