स्वतः ब्लॉक हो जाएंगे परेशान करने वाले स्पैम कॉल्स, AI की मदद लेंगी टेलीकॉम कंपनियां

स्पैम कॉलर्स पर शिकंजा कसने के लिए सरकार की मदद एआई टेक्नोलॉजी कर सकती है। 1 मई यानी आज से कॉलिंग और एसएमएस के नए नियमों को लागू किया गया है।

Updated: May 01, 2023, 12:25 PM IST

नई दिल्ली। स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाला हर दूसरा यूजर अनजान नंबर और स्पैम कॉलर्स से परेशान रहता है। कई बार जरूरी मीटिंग में फोन का रिंग करना और कॉल अटेंड करने पर कॉलर स्पैम निकलने पर किसी भी यूजर का पारा हाई हो सकता है। अब इस तरह के अनचाहे कॉल स्वतः ब्लॉक हो जाएंगे।

बैंक ऑफर, लोन, हाउसिंग प्लान, कार लोन और ऐसे तमाम ऑफर वाले फोन और मैसेज आपको भी रोज आते होंगे। कई बार ये फोन एक ही दिन में इतनी बार आते हैं कि लोग परेशान हो जाते हैं। DND सर्विस चालू करने के बावजूद ऐसे फोन पर रोक नहीं लगाई जा सकी है। अब टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) इसके खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू करने की तैयारी में है।

यह भी पढ़ें: प्रोपेगैंडा फैलाया जा रहा है, डार्विन थ्योरी को NCERT से हटाए जाने की खबर को केंद्रीय मंत्री ने बताया भ्रामक

स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया जाएगा। TRAI के निर्देशों के बाद वोडाफोन ने Sandbox नाम से पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है। इसे जल्द ही पूरे देश में चालू किया जाएगा। ट्राई ने सभी कंपनियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित फिल्टर की मदद से इस तरह के स्पैम कॉल और धोखाधड़ी रोकने को कहा है।

TRAI के निर्देशों के मुताबिक, AI फिल्टर की मदद से नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां ऐसी कॉल्स को नेटवर्क पर ही ब्लॉक कर देंगी। यानी ये फोन आप तक पहुंचेंगे ही नहीं। इसके लिए सभी कंपनियां एक कॉमन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करती हैं। कंपनियां इस प्लेटफॉर्म पर उन नंबरों को दर्ज कराएंगी जो इस तरह के कॉल करते हैं।

जरूरी सेवाओं जैसे कि बैंक, आधार और अन्य सरकारी या प्राइवेट विभागों के फोन आप तक पहुंचे इसके लिए इन सेवाओं को नई सीरीज के नंबर दिए जाएंगे। यानी एक खास सीरीज के नंबरों से फोन आने पर आम लोग भी समझ जाएंगे कि फोन काम का है या फर्जी।