जल्द हो सकता है राजस्थान में मंत्रिमंडल का विस्तार, एक नेता और एक पद के फॉर्मूले पर हो रहा है विचार

एक नेता एक पद के फॉर्मूले को उपयोग में लाए जाने पर तीन लोग अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल से बाहर हो जाएंगे, इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी शामिल हैं

Publish: Nov 12, 2021, 03:43 AM IST

नई दिल्ली/जयपुर। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में लंबे अरसे से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा है। लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया है जा रहा है कि अगले हफ्ते तक राजस्थान सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 15-20 नवंबर के बीच यह विस्तार संभव है। 

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अहम बात यह सामने आई है कि एक नेता एक पद के फॉर्मूले के आधार पर मंत्री पद का फैसला किया जाएगा। इस लिहाज से अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का हिस्सा तीन नेताओं को मंत्रिमंडल से बाहर जाना पड़ सकता है। प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी मंत्रिमंडल से बाहर किए जा सकते हैं। 

गोविंद सिंह डोटासरा गहलोत सरकार में मंत्री होने के साथ साथ राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। सचिन पायलट के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटने के बाद डोटासरा को ही प्रदेश कांग्रेस की कमान मिली थी। वहीं रघु शर्मा गुजरात कांग्रेस के प्रभारी हैं। जबकि हरीश चौधरी को हाल ही में पंजाब कांग्रेस का प्रभार सौंपा गया है। खबरों के मुताबिक इन तीनों नेताओं ने खुद ही यह इच्छा जाहिर की है कि वे पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं। 

मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक विधायकों को जगह दी जाएगी। सचिन पायलट के 5-6 समर्थक विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। बुधवार को सचिन पायलट और केसी वेणुगोपाल के बीच चर्चा भी हुई थी। 

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बुधवार को ही सीएम अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन के बीच मुलाकात हुई थी। इस बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थीं। इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार के साथ साथ राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई।