देवास की दीपिका पाटीदार बनीं MPPSC टॉपर, टॉप दस में 6 लड़कियां शामिल

एमपीपीएससी राज्य सेवा परीक्षा 2022 के फाइनल रिजल्ट में देवास की दीपिका पाटीदार ने टॉप किया। 456 पदों पर भर्ती में टॉप टेन में 6 लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है।

Updated: Jan 19, 2025, 03:53 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2022 के फाइनल रिजल्ट जारी कर दिए हैं। इसमें देवास की दीपिका पाटीदार ने टॉप किया है। टॉप टेन में 6 लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है। रैंकिंग में दीपिका के बाद आदित्य नारायण तिवारी, सुरभि जैन, महिमा चौधरी, धर्मप्रकाश मिश्रा, शानू चौधरी, स्वाति सिंह, उमेश अवस्थी, कविता देवी यादव और प्रत्यूष श्रीवास्तव शामिल हैं।

आयोग के ओएसडी डॉ.आर.पंचभाई ने बताया कि, राज्य सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। एग्जाम के इंटरव्यू 11 नवंबर से 9 जनवरी 2025 तक आयोजित किए गए थे। आयोग की वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड किया गया है। https://mppsc.mp.gov.in/Results पर रिजल्ट देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि, 87-13 प्रतिशत फॉर्मूले 394 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है। इसमें कुल 456 सीटें थी। 52 सीटें 13 प्रतिशत में थी। 404 सीटें 87 प्रतिशत में थी, इसमें 10 सीटें खाली रही है। 13 प्रतिशत का रिजल्ट शेष है।

देवास की दीपिका पाटीदार डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चुनी गई हैं। दीपिका को 1575 में से 902.75 अंक प्राप्त हुए हैं। उन्हें मुख्य परीक्षा में 1400 में से 756.75 और इंटरव्यू में 175 में से 146 अंक मिले हैं। दीपिका ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं चार बार असफल रही, लेकिन हर बार मुझे अपने नाम का इंतजार रहता था। मुझे पूरा विश्वास था कि मैं डिप्टी कलेक्टर जरूर बनूंगी। लेकिन यह नहीं सोचा था कि मैं टॉपर बनूंगी। मैंने हर असफलता को एक नई शुरुआत के रूप में लिया और 5वीं बार में यह सफलता पाई।

दीपिका के मुताबिक, इंटरव्यू के लिए खुद को बेसिक चीजों, करंट अफेयर्स और अपनी हॉबीज पर मजबूत करना बहुत जरूरी है। हॉबीज पर आपकी कमांड अच्छी है तो आपका इंटरव्यू निश्चित रूप से बहुत अच्छा जाता है। उन्होंने कहा, 'करंट अफेयर्स पर पकड़ और प्रैक्टिस से इंटरव्यू में आत्मविश्वास आता है। मैंने अपनी गलतियों को सुधारा और हर सवाल का कॉन्फिडेंस से जवाब दिया।'

दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार ने कहा कि मुझे बेटी की काबिलियत पर पूरा भरोसा था। मैं उसे बेटा कहता हूं। उसके जुनून को देखकर मुझे लगता था कि यह नाम रोशन करेगी। वह रात-रातभर पढ़ती थी। जब भी हम फोन लगाते थे, वह उस वक्त पढ़ाई ही करती रहती थी।