लाल किले से नारी सम्मान पर बड़ी-बड़ी बातें, गुजरात में रेपिस्टों को माफ कर दिया, पीएम मोदी पर बरसी कांग्रेस

असली नरेंद्र मोदी कौन हैं? जो लाल किले की प्राचीर से झूठ परोसते हैं या फिर वो जो अपनी गुजरात सरकार से बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा करवाते हैं। यह कांग्रेस पार्टी और देश जानना चाहता है: पवन खेड़ा

Updated: Aug 16, 2022, 01:41 PM IST

नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के दिन गुजरात सरकार ने मुस्लिम महिला बिल्किस बानो के साथ दरिंदगी और गैंग रेप करने वालों को रिहा कर दिया गए। रिहाई के बाद इन दरिंदों के मुंह मीठा कराए गए। इस घटना को लेकर अब प्रधानमंत्री मोदी चौतरफा आलोचना झेल रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि पीएम मोदी लाल किले से महिला सम्मान की बड़ी बड़ी बातें करते हैं और गुजरात में रेपिस्टों की आरती उतारी जाती है।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस संबंध में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि, 'गुजरात भाजपा सरकार ने बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में 11 अभियुक्तों को जेल से रिहा कर दिया। इस निर्णय में भाजपा सरकार की मानसिकता दिखाई देती है। कठुवा और उन्नाव के मामले देश के इतिहास में मील का पत्थर होंगे और राजनीति में शामिल हर व्यक्ति को शर्मिंदा करते रहेंगे। जब एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के पदाधिकारी, समर्थक सड़कों पर बलात्कारियों के पक्ष में रैली निकालते नजर आए थे।'

पवन खेड़ा ने आगे कहा कि, 'कल लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने नारी सुरक्षा, नारी शक्ति, नारी सम्मान पर बड़ी-बड़ी बातें की थी। कुछ घंटों के बाद गुजरात सरकार ने बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा कर दिया। हमने यह भी देखा कि बलात्कार के जो अभियुक्त रिहा किए गए, उनकी आरती उतारी जा रही है, तिलक लगाया जा रहा है। क्या यही है- अमृत महोत्सव? बिलकिस बानो का ऐसा केस है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो को ₹50 लाख का मुआवजा देने का आदेश गुजरात सरकार को दिया था।' 

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, 'बिलकिस बानो के साथ अपराध हुआ था, दरिंदगी हुई थी। कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से निवेदन करती है- प्रधानमंत्री देश को बताएं कि लाल किले की प्राचीर से जो उन्होंने कहा था क्या वो शब्द मात्र थे, उनकी बात पर उन्हें खुद भरोसा नहीं था। असली नरेंद्र मोदी कौन हैं? जो लाल किले की प्राचीर से झूठ परोसते हैं या फिर वो जो अपनी गुजरात सरकार से बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा करवाते हैं। यह कांग्रेस पार्टी और देश जानना चाहता है।'

बता दें कि मार्च 2002 में दंगाइयों ने बिल्किस बानो के परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी थी। और फिर उनके साथ गैंगरेप किया था। वह भी उस हालत में जब बानो 5 महीने की गर्भवती थी। लंबी लड़ाई के बाद बिल्किस बानो को इंसाफ मिला और 11 दोषियों को उम्र कैद की सजा मिली। लेकिन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने माफी दे दी है।