अग्निपथ की आग में जल रहा बिहार, 19 जिलों में हालात बेकाबू, भीड़ ने 6 ट्रेनें फूंक दी, दक्षिण भारत में भी विरोध

अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने बिहार के डिप्टी सीएम के घर पर बोला हमला, कई जिलों में बीजेपी दफ्तरों में हुई तोड़फोड़, 19 जिलों में उग्र प्रदर्शन जारी

Updated: Jun 17, 2022, 07:25 AM IST

पटना। केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में तीसरे दिन भी युवाओं का उग्र प्रदर्शन जारी है। बिहार के 19 जिले अग्निपथ की आग में धधक रहे हैं। गुस्साए अभ्यर्थियों ने आज फिर 6 ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। समस्तीपुर में 2, लखीसराय में 2, आरा और सुपौल में एक-एक यात्री ट्रेन में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है।

बक्सर और नालंदा समेत कई जिलों में छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर आगजनी की गई है। आरा में सड़क पर आगजनी के बाद जाम लगाया गया है। बेतिया में डिप्टी सीएम रेणु देवी के सरकारी आवास पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस दौरान उन्होंने जमकर पथराव किया। अभ्यर्थियों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल के घर पर भी हमला किया। वैशाली के हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर उग्र छात्रों ने तोड़फोड़ की है। समस्तीपुर में प्रदर्शनकारियों ने जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति में आग लगा दी।

बिहार में डेढ़ दर्जन से ज्यादा ऐसे जिले हैं जहां हजारों की संख्या में अभ्यर्थी सड़कों पर उतरकर तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं। ये युवक हाथों में तिरंगा लिए रेलवे ट्रैक पर बैठ जा रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन के कारण कई दर्जन ट्रेनों को रद्द और डायवर्ट किया गया है। उधर यूपी में भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। यूपी के बलिया में सुबह पांच बजे से प्रदर्शन शुरू हो गया। यहां कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। वाराणसी, मुगलसराय, प्रयागराज समेत कई जिलों के युवक सड़कों पर उतरे हुए हैं।

इसी तरह फिरोजाबाद में युवाओं ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर 4 बसों में तोड़फोड़ करके जाम लगा दिया। हरियाणा के नारनौल में भी युवाओं ने जाम लगा दिया है। झारखंड के पलामू जिले में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का युवाओं ने जमकर विरोध किया। अग्निपथ योजना की आंच उत्तर भारत से होते हुए दक्षिण भारत तक पहुंच गई है। तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की। युवाओं ने ट्रेन में आग लगा दी और उसकी खिड़कियां तोड़ दीं।

 तेलंगाना सीएम केसीआर के बेटे व टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने इसके लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है। केटीआर ने ट्वीट किया कि, पहले देश के किसान के साथ खिलवाड़ और अब देश के जवान के साथ खिलवाड़। अग्निविर योजना के विरुद्ध यह उग्र प्रदर्शन देश में बेरोजगारी की स्थिति बयां करता है। मोदी जी युवाओं के साथ खिलवाड़ बंद कीजिए।'

राहुल गांधी ने आज भी केंद्र को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'अग्निपथ - नौजवानों ने नकारा  
कृषि कानून - किसानों ने नकारा। नोटबंदी - अर्थशास्त्रियों ने नकारा। GST - व्यापारियों ने नकारा। देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि, '24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा। मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है। मोदी जी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए। एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए। सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए।'