देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस का जश्न, राहुल गांधी बोले- झंडे को सैल्यूट करना काफी नहीं, संविधान की रक्षा सबसे जरूरी

गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए हम एकजुट होकर आगे बढ़ें, यही कामना है।

Updated: Jan 26, 2023, 05:36 AM IST

नई दिल्ली। देश आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है और पूरे देश में इसकी धूम दिखाई दे रही है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ देश के सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता और कई अन्य अनूठी पहलों का गवाह बन रहा है। इस अवसर कर पीएम मोदी, गृहमंत्री शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम दिग्गजों ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं। इस बार का यह अवसर इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इसे हम आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान मना रहे हैं। देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए हम एकजुट होकर आगे बढ़ें, यही कामना है।'

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा कि, 'एकता, सद्भावना, समानता और संप्रभुता – हमारे संविधान के आधार स्तंभ और हमारे गणतंत्र की आत्मा हैं। सभी भारतीयों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।' उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसके बैकग्राउंड में वह कह रहे हैं कि संविधान की रक्षा सबसे जरूरी है। तिरंगे को सिर्फ सैल्यूट करना काफी नहीं है। तिरंगे के पीछे के मूल्यों और विचारों की रक्षा करने की आवश्यकता है।

गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा कि, 'समस्त देशवासियों को 74वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।आज उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं व वीर जवानों को नमन करता हूँ जिन्होंने देश को आजाद कराने, मजबूत बनाने व इसकी रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है।'

इस मौके पर आज परंपरा के अनुसार कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ। पहली बार, 21 तोपों की सलामी 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी गई। पुरानी 25 पाउंडर बंदूक की जगह इस बार 105 मिमी भारतीय फील्ड गन से यह सलामी दी गई, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती है। इस मौके पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।