केंद्र ने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था, राहुल गांधी से बातचीत में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर किए कई खुलासे

मोदी सरकार की गलती के कारण पुलवामा में हमारे जवान शहीद हुए, जवानों की मांग पर एयरक्राफ्ट मिल जाता तो शहीद नहीं होते सीआरपीएफ के 40 जवान, उनकी शहादत का इस्तेमाल पीएम ने चुनावी लाभ के लिए किया: सत्यपाल मलिक

Updated: Oct 25, 2023, 02:40 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) से बातचीत का वीडियो यूट्यूब पर शेयर किया है। राहुल गांधी से बातचीत के दौरान सत्यपाल मलिक ने कई खुलासे किए हैं। मलिक ने पुलवामा हमले (Pulwama attack) के लिए साफ तौर पर केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि जवानों को एयरक्राफ्ट मुहैया कराए जाते तो वे शहीद नहीं होते।

पुलवामा हमले के दौरान जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक राहुल गांधी को इंटरव्यू के दौरान बताते हैं कि सीआरपीएफ ने गृहमंत्रालय से पांच एयरक्राफ्ट मांगे थे। लेकिन चार महीने तक इंतजार कराने के बाद गृह मंत्रालय ने एयरक्राफ्ट देने से इनकार कर दिया। मजबूरन उन्होंने सड़क मार्ग से जाने का निर्णय लिया। मलिक कहते हैं कि उन्हें इस बता की जानकारी नहीं थी, वरना वे अपने स्तर पर एयरक्राफ्ट की व्यवस्था कर देते। 

सत्यपाल मलिक बताते हैं कि हमले वाले दिन प्रधानमंत्री मोदी शूटिंग में व्यस्त थे। शाम पांच बजे पीएम ने उन्हें कॉल किया तो मलिक ने कहा कि हमारी गलती के कारण हमारे इतने जवान शहीद हो गए। इसपर पीएम ने उन्हें चुप्पी साधने को कहा था। थोड़ी देर बाद उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का कॉल और डोभाल ने भी उन्हें चुप रहने को कहा। सत्यपाल मलिक के मुताबिक हमले वाला वाहन दस दिनों से विस्फोटक लिए इलाके में घूम रहा था, लेकिन इंटेलिजेंस को कोई खबर नहीं मिली। यहां तक कि जवानों के मूवमेंट में अमूमन लिंक रोड्स ब्लॉक रहते हैं, लेकिन उस दिन रोड ब्लॉक नहीं थे।

मलिक ने यह भी कहा कि पुलवामा हमले में हुई जवानों की शहादत का राजनीतिक इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि पीएम को श्रीनगर जाना चाहिए था। राजनाथ सिंह वहां आए थे। मैं भी वहां था। हमने श्रद्धांजलि। लेकिन उन्होंने शवों को दिल्ली बुलाया। इस दौरान राहुल गांधी ने बताया कि जब एयरपोर्ट पर शहीदों के पार्थिव शरीर लाए जाने की खबर उन्हें लगी तो वे गए थे। लेकिन उन्हें एयरपोर्ट पर ही एक कमरे में बंद कर दिया गया था।

जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालातों को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा, 'मेरी राय है कि वहां के लोगों को जबरदस्ती या फोर्स से ठीक नहीं कर सकते। वहां के लोगों को जीतकर आप कुछ भी कर सकते हैं। मैंने उन लोगों को विश्वास में लिया।।मुझे लगता है कि उनके राज्य के दर्जे को वापस करना चाहिए। इन्होंने आर्टिकल 370 वापस लेकर केंद्र शासित राज्य बनाया। इन्हें डर था कि कहीं राज्य की पुलिस विद्रोह न कर दे। लेकिन जम्मू कश्मीर की पुलिस ने हमेशा केंद्र सरकार का साथ दिया। इन्हें जल्द से जल्द जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस करना चाहिए और वहां चुनाव कराने चाहिए।'

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सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, 'पता नहीं क्यों ये लोग राज्य का दर्जा वापस नहीं कर रहे। मेरी बात हुई थी, मैंने कहा था कि राज्य का दर्जा वापस करना चाहिए। मुझसे कहा गया कि कह तो दिया है, करने की क्या जरूरत है। चल तो रहा है सब ठीक।' उन्होंने कहा, लेकिन कहां सब ठीक चल रहा है? आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं। आतंकी एक्टिव हो गए हैं। राजौरी में रोज कुछ न कुछ होता है। 

राहुल गांधी के 28 मिनट के इस इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा, किसान आंदोलन, MSP, जातिगत जनगणना, मणिपुर में हिंसा समेत तमाम मुद्दों पर बात की। बातचीत के दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा, 'चुनाव में सिर्फ 6 महीने रह गए हैं। मैं लिखकर दे रहा हूं कि ये (मोदी सरकार) अब नहीं आएगी।'