चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन कब्जाया, झूठ बोल रहे पीएम मोदी, कारगिल में राहुल गांधी ने भरी हुंकार

राहुल गांधी ने कारगिल में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लद्दाख की एक इंच जमीन किसी ने नहीं ली है। यह एक झूठ है।'

Updated: Aug 25, 2023, 03:50 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से लद्दाख दौरे पर हैं। राहुल ने शुक्रवार को कारगिल में जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने कहा कि लद्दाख एक रणनीतिक जगह है। यहां आने पर खासतौर पर मैं जब पैंगोंग झील पर था, एक बात साफ है कि चीन ने भारत की जमीन ली है। कांग्रेस नेता ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर निशाना साधा कि हमारी एक इंच जमीन पर किसी ने भी कब्जा नहीं किया है। उन्होंने कहा, "यह झूठ है क्योंकि चीन ने हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है।"

राहुल गांधी ने यहां एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'लद्दाख एक रणनीतिक स्थान है। खासकर, जब मैं पैंगोंग त्सो झील पर था, यह स्पष्ट है कि चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन हड़प ली है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष की बैठक में कहा कि लद्दाख की एक इंच जमीन किसी ने नहीं ली है। यह एक झूठ है। लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है कि चीन ने भारत की जमीन ले ली है और प्रधानमंत्री बोलने को तैयार नहीं हैं।'

राहुल गांधी ने 20 अगस्त को पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र का दौरा किया था और अपने दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्मदिन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने युद्धों के दौरान लद्दाख के लोगों की भूमिका की भी सराहना की। राहुल ने कहा, 'आपकी (लद्दाख) और कारगिल में भूमिका, जब भी भारत को आपकी आवश्यकता हुई है, जब भी सीमाओं पर युद्ध हुआ है, तब कारगिल के लोग एक स्वर में भारत के साथ खड़े हुए हैं। ऐसा आपने एक बार नहीं, कई बार किया है।'

भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, 'यात्रा का मकसद बीजेपी और आरएसएस. के लोगों द्वारा फैलाई जा रही नफरत और हिंसा को खत्म करना है। हमने नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोली है। यात्रा श्रीनगर में समाप्त नहीं होनी थी और इसे लद्दाख आना था। लेकिन उस समय सर्दी थी और भारी बर्फबारी थी और प्रशासन ने भी हमें न आने की सलाह दी। लेकिन लद्दाख पहुंचना हमारा मकसद था, हमने एक कदम उठाया और मैं लद्दाख के सभी कोनों में गया, पदयात्रा से नहीं बल्कि बाइक से। एक बात स्पष्ट है, महात्मा गांधीजी और कांग्रेस की विचारधारा लद्दाख के लोगों के खून और डीएनए में है।'

लेह, लद्दाख क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'आप सभी ने मुझे बताया कि आपकी आवाज़ को दबाया जा रहा है। आप केंद्र शासित प्रदेश बन गए, लेकिन आपको अपना अधिकार नहीं मिला। आप लोगों ने यह भी कहा कि आपसे किया गया रोजगार का वादा झूठा था। अगर हम लद्दाख में किसी भी युवा से बात करें तो वे कहेंगे कि लद्दाख बेरोजगारी का केंद्र है। आप लोगों ने क्षेत्र में कमजोर मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी कहा है।' उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख के लोगों ने उन्हें स्थानीय हवाई अड्डे की मौजूदगी के बारे में भी बताया लेकिन यहां कोई हवाई जहाज नहीं आता है। 

राहुल गांधी ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा, 'मैंने आपकी आवाज़ सुनने की कोशिश की और कांग्रेस आपके साथ खड़ी है और हम आपकी ज़मीन, आपके अधिकारों के लिए आपके संघर्ष में साथ हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि लेह शीर्ष निकाय और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस ने कुछ मांगें रखी हैं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमने आपकी मांगों का समर्थन किया है। कारगिल में अपने लद्दाख दौरे का समापन करके राहुल श्रीनगर निकल गए। यह उनका निजी दौरा है। वह हाउसबोट और होटल में दो दिन बिताएंगे। शनिवार को सोनिया भी श्रीनगर पहुंचेंगी। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने बताया कि यह उनका फैमिली टूर है। इस दौरान वह कोई पॉलिटिकल मीटिंग नहीं करेंगे।