भोपाल में एक NGO के बालिका गृह से 26 बच्चियां गायब, अवैध रूप से चल रहा था शेल्टर होम

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों ने शुक्रवार को आंचल मिशनरी संस्था द्वारा संचालित चिल्ड्रन होम का निरीक्षण किया। इसमें 68 बच्चियों के रहने की एंट्री है, लेकिन यहां मात्र 41 बच्चियां मिलीं।

Updated: Jan 06, 2024, 03:03 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अवैध रूप से चल रहे बालिका गृह से 26 बच्चियों के गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ये बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, के अलावा मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के रहने वाले थे। बिना अनुमति के बालिका गृह चलाने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।

राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मामले को लेकर मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र भी लिखा है। भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में ये अवैध बालिका गृह चलाया जा रहा था। भोपाल में एक निजी NGO के हॉस्टल (चिल्ड्रेन होम) से बच्चियों के गायब होने के बाद यह विवाद शुरू हुआ है।

घटना को लेकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। यह चिल्ड्रन होम तारा सेवनिया में बिना अनुमति के संचालित हो रहा है। इसमें मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के अलावा गुजरात, झारखंड और राजस्थान की बच्चियां रहती हैं।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों ने शुक्रवार को आंचल मिशनरी संस्था द्वारा संचालित चिल्ड्रन होम का निरीक्षण किया। इसमें 68 बच्चियों के रहने की एंट्री है, लेकिन यहां मात्र 41 बच्चियां मिलीं।