WhatsApp यूनिवर्सिटी के ज्ञान को लेकर ट्रोल हुए योगी, सिकंदर और चंद्रगुप्त मौर्य में करवा दी जंग

योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में भ्रामक इतिहास पेश करते हुए यह कह दिया कि चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर को युद्ध में हराया था, लेकिन इतिहासकारों ने चंद्रगुप्त को महान बताने की जगह सिकंदर को महान बताया

Updated: Nov 15, 2021, 06:33 AM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग का कारण खुद सीएम योगी के इतिहास का ज्ञान है। योगी आदित्यनाथ का दावा है कि चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर को हराया था। लेकिन इतिहास चंद्रगुप्त मौर्य के बजाय सिकंदर को महान बताता है। जिस वजह से सोशल मीडिया पर इतिहासकार, बुद्धिवजीवी भी इतिहास को लेकर झूठ फैलाने के लिए यूपी के सीएम की आलोचना कर रहे हैं। 

योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास को कैसे भ्रामक बनाया जाता है। इतिहास चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं बताता। इतिहास किसे महान बताता है? वो सिकंदर जो चंद्रगुप्त मौर्य से हार गया। सीएम योगी ने कहा कि देश के साथ धोखा किया गया। लेकिन इतिहासकारों ने इस पर चुप्पी साध रखी है। 

सीएम योगी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया यूजर्स सीएम योगी को उनके इतिहास के ज्ञान को लेकर ट्रोल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि योगी जी को नाम से लगता होगा कि सिकंदर मुसलमान था। इसलिए वह WhatsApp यूनिवर्सिटी के झूठे ज्ञान को फैला रहे हैं। 

वहीं लेखक और इतिहासकार भी सीएम योगी के बयान को भ्रामक बताने के साथ साथ झूठ को प्रसारित करने के लिए उनकी आलोचना कर रहे हैं। लेखिक अशोक कुमार पांडेय ने सीएम योगी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि असल में बिष्ट साहब ने सेल्यूकस का नाम बदलके सिकंदर कर दिया है बस। बाक़ी स्कूल में पढ़े होते मन से तो पता होता कि सिकंदर को महान पाँचवी के किताब ने नहीं बनाया, पूरी दुनिया उसे Alexander the Great कहती है जैसे इन्हें….कहती है।

अमेरिका के नटगर्स यूनिवर्सिटी में इतिहास की प्रोफेसर आद्रे ट्रस्क ने सीएम योगी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि मैं भी इतिहासकारों की इस साजिश का हिस्सा हूं। क्योंकि हम ऐसे पागलपन भरे दावे करने में विश्वास नहीं रखते जो कभी घटित ही नहीं हुआ। जैसे चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर को युद्ध में हराया था। 

दरअसल सीएम योगी का यह दावा इतिहास के तथ्यों से जरा भी मेल नहीं खाता। ऐसा इसलिए क्योंकि सिकंदर और चंद्रगुप्त मौर्य में कभी आमना सामना नहीं हुआ। चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर को नहीं बल्कि उसके द्वारा नियुक्त किए गए सेनापति सेल्युकस को युद्ध में हराया था। लेकिन इस समय तक सिकंदर की मौत हो चुकी थी। 

हालांकि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के पहले और इकलौते ऐसे नेता भी हैं जिन पर इतिहास के गलत तथ्यों पेश करने के आरोप लगे हों। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 के विधानसभा चुनावों के दौरान सिकंदर को नालंदा की दहलीज पर पहुंचा चुके हैं। उस दौरान नीतीश कुमार आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी के बयान को लेकर खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उनकी आलोचना की थी। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया था कि भगत सिंह के जेल में कैद रहने के दौरान कांग्रेस का कोई नेता भगत सिंह से मिलने गया था। जबकि प्रधानमंत्री के इस दावे के विपरीत खुद पंडित जवाहरलाल नेहरू भगत सिंह से मुलाकात करने गए थे।