बलिया में पत्रकार की मौत के बाद सियासी बवाल

TV Journalist shot dead: तीन महीने में 3 पत्रकारों की हत्या, 11 पर FIR, बलिया में पत्रकार रतन सिंह की मौत पर गरमाई सियासत, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष समते दूसरे सदस्य और कार्यकर्ता हिरासत में

Updated: Aug 26, 2020, 07:43 AM IST

उत्तर प्रदेश के बलिया में 24 अगस्त को हुई पत्रकार रतन सिंह की हत्या का मामला अब गरमाता जा रहा है। इस मामले में कुल दस आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही हत्या से तार जुड़े होने के शक में एक पुलिसवाले को संस्पेंड कर दिया गया है। बलिया जिले के पत्रकार अपने साथी की हत्या के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। वहीं विपक्षी पार्टियां उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का आरोप लगा रही हैं। 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में पत्रकारों की हत्या की घटनाएं गिनाई हैं। ना केवर पत्रकारों की हत्या बल्कि सरकार से सवाल करने वाले पत्रकारों पर भी हुईं एफआईआर का उन्होंने जिक्र किया। 

गांधी ने ट्वीट किया, “19 जून को शुभममणि त्रिपाठी की हत्या, 20 जुलाई को विक्रम जोशी की हत्या और 24 अगस्त को रतन सिंह की हत्या। पिछले तीन महीनों में तीन पत्रकारों की हत्या। 11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते एफआईआर। यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।”

दूसरी तरफ मृतक पत्रकार के परिजनों से मिलने जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन सदस्यों में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महासचिव मनोज यादव, किसान कांग्रेस अध्यक्ष तरुण तेजपाल, लखनऊ जिला अध्यक्ष वेद त्रिपाठी और कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हैं। 

हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने योगी सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ ‘योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी’, ‘गुंडाराज नहीं चलेगा’, ‘पुलिस प्रशासन होश में आओ’ जैसे नारे लगाए।

पत्रकार के पिता ने पुलिस की कहानी पर उठाए सवाल

बलिया में 42 वर्षीय टीवी पत्रकार रतन सिंह की हत्या को पुलिस आपसी रंजिश का मामला बता रही है। पुलिस का कहना है कि ग्राम प्रधान के साथ जमीन का झगड़ा होने के कारण पत्रकार की हत्या हुई है। लेकिन पत्रकार रतन सिंह के पिता विनोद सिंह ने पुलिस के बयान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि कहीं कोई जमीन का झगड़ा नहीं था। उन्होंने कहा कि बेटे को बहाने से बुलाया गया और जहां उसे गोली मारी गई वो जगह पुलिस स्टेशन से केवल 20 कदम की दूरी पर है।