अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका, सितंबर में पहुंचेगी अपने चरम पर

एसबीआई रिसर्च के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर में दूसरी लहर के मुकाबले 1.7 गुना अधिक मामले सामने आएंगे, इसके साथ ही अगस्त के दूसरे पखवाड़े से कोरोना के मामलों में तेज़ी से उछाल देखने को मिलेगा

Updated: Jul 06, 2021, 05:23 AM IST

Photo Courtesy: The Hindu
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नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर भले ही अब कमजोर पड़ने लगी हो लेकिन अभी से तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। अब एसबीआई रिसर्च की ओर से जारी एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर अगस्त महीने में शुरू होगी। और यह सितंबर महीने में अपने पीक पर पहुंच जाएगी। 

एसबीआई रिसर्च ने कोविड 19 - द रेस टू फिनिशिंग लाइन में इस बात का उल्लेख किया है कि जुलाई के दूसरे सप्ताह में कोरोना के मामले प्रतिदिन दस हजार तक पहुंच जाएंगे। लेकिन अगस्त के दूसरे पखवाड़े में कोरोना के मामलों में अचानक से उछाल दर्ज होगी। इसके बाद सितंबर आते आते कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर पहुंच जाएगी। 

एसबीआई रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनका यह अनुमान पूर्व के ट्रेंड के आधार पर है। एसबीआई रिसर्च के मुताबिक आगामी तीसरी लहर में दूसरी लहर के मुकानले 1.7 गुना अधिक मामले देखने को मिलेंगे। दूसरी लहर के दौरान एक दिन में सबसे ज्यादा मामले 7 मई को देखने को मिले थे। बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के 39,796 मामले सामने आए हैं। जबकि 723 लोगों की मौत हुई है। 

दूसरी तरफ तीसरी लहर से लड़ने के लिए एक मात्र कारगर हथियार वैकसीनेशन है। लेकिन भारत में अब तक 4.6 फीसदी आबादी को ही टीके के दोनों डोज लगे हैं। वहीं बीस फीसदी आबादी को टीके का पहला डोज लगा है। जबकि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश भारत से टीकाकरण के अनुपात के मामले में काफी आगे हैं। अमेरिका में 47.1 फीसदी, ब्रिटेन में 48.7 फीसदी, स्पेन में 38.5 फीसदी और फ्रांस 31.7 फीसदी आबादी को टीका लग चुका है।