UPA सरकार के दौरान CBI मुझ पर नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए दबाव डाल रही थी: गृहमंत्री अमित शाह

राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पर दोष मढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ लड़ने के लिए ऊपरी अदालत में जाना चाहिए: अमित शाह

Updated: Mar 30, 2023, 03:50 PM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि UPA सरकार के दौरान CBI ने गुजरात में एक  फर्जी मुठभेड़ मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए उन पर दबाव डाला था। शाह ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या मोदी सरकार विपक्ष को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

गृहमंत्री शाह ने कहा कि, 'सीबीआई कांग्रेस सरकार के दौरान कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में पीएम मोदी, जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उनको फंसाने के लिए मुझ पर दबाव बना रही थी।इसके बावजूद भाजपा ने कभी हंगामा नहीं किया। अमित शाह ने कहा, ‘मैं जब गुजरात का गृह मंत्री था तो सीबीआई ने मुझ पर एक एनकाउंटर के मामले में फर्जी केस दर्ज किया था। मुझसे सीबीआई के 90 प्रतिशत सवालों में यही होता था, क्यों परेशान हो रहे, नरेंद्र मोदी का नाम लेलो, बच जाओगे। हमने कभी काले कपड़े पहनकर संसद जाम नहीं किया। मुझे 90 दिन में ही हाई कोर्ट ने बेल दे दी। अदालत ने कहा कि मुझे गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत ही नहीं हैं।'

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सूरत कोर्ट द्वारा मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने और संसद सदस्यता रद्द किए जाने पर गृहमंत्री शाह ने कहा कि, 'कांग्रेस नेता अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें अदालत ने दोषी ठहराया है और जिन्होंने लोकसभा की सदस्यता खो दी है। उनसे पहले 17 सांसदों की सदस्यता गई है, तब लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ा था, सिर्फ राहुल गांधी के मामले में ही लोकतंत्र खतरे में पड़ गया? गृह मंत्री ने उदाहरण के तौर पर लालू यादव, जे जयललिता जैसे नेताओं के नाम गिनाए।'

शाह ने आगे कहा, 'उच्च न्यायालय में जाने के बजाय राहुल हो-हल्ला करने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी किस्मत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोष दे रहे हैं। यह किस तरह का अहंकार है... आप एहसान चाहते हैं। आप एक सांसद के रूप में बने रहना चाहते हैं और अदालत के समक्ष भी नहीं जाएंगे। राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पर दोष मढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपने आपको दोषी ठहराए जाने केभ खिलाफ लड़ने के लिए ऊपरी अदालत में जाना चाहिए।'

अमृतपाल को लेकर सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, 'सारी चीजें सार्वजनिक तौर पर नहीं बता सकता। हर 3 महीने में पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलता हूं। हर राज्य के मुख्यमंत्रियों से मिलता हूं। इसे किसी एक घटना से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। जहां तक नरेंद्र मोदी सरकार का मामला है, किसी भी राज्य में लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा है, राजनीति के बगैर हम उस राज्य के साथ चट्टान की तरह खड़े रहते हैं। यह मामला देश का होता है, पॉलिटिक्स का नहीं। पंजाब सरकार जो भी कदम उठाना चाहती है, केंद्र सरकार उसके साथ है।' अमृतपाल को नहीं पकड़ पाने में किसकी गलती है, इस सवाल पर गृह मंत्री ने कहा, गलती का इतना जल्दी आकलन मत लगाइए।