दिल्ली में भीषण गर्मी का कहर जारी, 49 डिग्री के करीब पहुंचा पारा, अस्पतालों में बढ़ रहे मरीज
हीट वेव के चलते अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों संख्या में लगभग दोगुनी हो है।

नई दिल्ली। दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से जैसे आग बरस रहा हो। देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री को पार कर गया है। राजस्थान में तो पारा 50 डिग्री तक चला गया। वहीं, दिल्ली वासियों को भी 48.8 डिग्री का टॉर्चर झेलना पड़ा।
दिल्ली, हरियाणा,उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में भीषण गर्मी ने लोगों को घर में कैद रहने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक इससे राहत के आसार नहीं है। इन राज्यों में लू का रेड अलर्ट भी जारी किया गया है।
सोमवार को दिल्ली में मुंगेशपुर मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है। यहां न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है।
मंगलवार को भी गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के सभी हिस्सों में तापमान 45 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक गर्मी से राहत के आसार नहीं है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 मई से इसमें धीरे-धीरे कमी आने की संभावना है।
हीट वेव के चलते अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों संख्या में लगभग दोगुनी हो है। डॉक्टरों के मुताबिक हीट वेव से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसमें थकावट (हीट एग्जॉशन) और हीट स्ट्रोक भी लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने की वजह से हो सकता है। थकावट के चलते बहुत ज्यादा पसीना आना और कमजोरी महसूस होना आम बात है।
हीट स्ट्रोक के कारण कंफ्यूजन, मूर्छा आना और ऑर्गन डैमेज तक की शिकायत होती है। इसलिए जब भी हीट वेव बढ़े, अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखें। इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें। ठंडे स्थान पर ज्यादा समय बिताएं और लंबे समय तक अधिक गर्मी में न रहें। इनका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।