Bharat Bandh: किसानों के भारत बंद में किसे मिलेगी छूट और क्या-क्या रहेगा बंद

Farmers Protest: किसानों का भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, हालांकि महाराष्ट्र, ओडिशा में सुबह से ही भारत बंद का असर दिख रहा है। कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गईं हैं

Updated: Dec 09, 2020, 12:25 AM IST

Photo Courtesy: Zee News
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किसान संगठनों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 12 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के भारत बंद को विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। लेकिन आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ ने किसानों के भारत बंद से खुद को अलग कर लिया है।

सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक भारत बंद

इस आंदोलन में पंजाब , गुजरात, हरियाणा , उत्‍तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र , मध्‍य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों के किसान शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, किसानों का भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा। हालांकि महाराष्ट्र, ओडिशा में सुबह से ही भारत बंद का असर दिख रहा है। कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गईं हैं। किसान नेता बलबीर सिंह ने कहा कि बंद में शामिल होने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाएगा।

आज क्या - क्या बंद  है

किसानों के भारत बंद में कैब-टैक्सी चालक शामिल हैं। इस वजह से पूरे दिल्ली एनसीआर में कैब सेवाएं प्रभावित होंगी। इस दौरान मंडी समितियां भी बंद रहेंगी, जिस वजह से फस सब्जी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। दूध समेत कई जरूरी सामानों के वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ने की संभावना है। दिल्ली के लिए नोएडा से रोडवेज बसें नहीं चलेंगी, जिससे यात्रियों को परेशानी हो सकती है।

क्या खुला रहेगा

व्यापारियों के संगठन कैट ने कहा कि किसानों के भारत बंद के दौरान दिल्ली समेत पूरे देश में बाजार खुले रहेंगे। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कहा कि परिवहन सेवाएं सामान्य तौर पर चलेंगी। कई ऑटो यूनियन ने भारत बंद का समर्थन किया है। मेट्रो-बस सेवाएं भी जारी रहेंगी। अस्पताल और दवा की दुकानें बंद नहीं होंगे। एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड समेत इमरजेंसी सेवाओं में लगे वाहनों की आवाजाही को रोका नहीं जाएगा। किसी शादी समारोह में आवाजाही पर भी रोक नहीं।

भारत बंद को लेकर कड़ी सुरक्षा

दिल्ली और यूपी पुलिस का कहना है कि भारत बंद के दौरान अगर किसी ने आवाजाही रोकने या फिर जबरन दुकानें बंद करवाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं भारत बंद के दौरान सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में पहले से तैनात सुरक्षाकर्मियों के अलावा 100 अतिरिक्त कंपनी पुलिस फोर्स के साथ 100 टीमें बनाई गई हैं। एसपी स्तर के अफसर प्रत्येक टीम की अगुवाई करेंगे।

RSS से जुड़ा भारतीय किसान संघ कृषि कानूनों के खिलाफ लेकिन भारत बंद से अलग

भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री (मघ्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) महेश चौधरी ने कहा, ‘‘हम भारत बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम इन तीन कानूनों का इस रूप में समर्थन नहीं कर रहे हैं। हम इनमें कुछ सुधार चाहते हैं और इसके लिये अगस्त में केन्द्र को पत्र लिखा भी है जिसमें गांवों से मिले सुझाव के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एसएसपी) पर उपज खरीद की सुविधा देने की सिफारिश की है।

बता दें कि किसान आर पार की तैयारी में हैं। किसानों ने दिल्ली को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाली सीमाओं को बंद किया हुआ है। किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।