किसानों का रेल रोको आंदोलन आज, देशभर में 12 से 4 तक थम जाएगा रेल का पहिया

किसान नेताओं ने कहा कि किसानों को दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी है। सरकार नहीं चाहती है कि किसान दिल्ली आएं और अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करें।

Updated: Mar 10, 2024, 10:50 AM IST

नई दिल्ली। एमएसपी की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद सहमति नहीं बन सकी है। अब किसान आज देश भर में ट्रेनों को रोकेंगे। रेल रोको अभियान में महिला किसान भी शामिल होंगी। इसके तहत अकेले पंजाब में 52 स्‍थानों पर ट्रेनों को रोका जाएगा।

किसानों का ये प्रदर्शन 4 घंटे तक चलेगा। रेल रोको आंदोलन से ट्रेन सेवाएं भी बाधित होंगी। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज सुबह कहा कि 13 फरवरी को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर शुरू हुए आंदोलन के तहत हमने आज पूरे देश में 'रेल रोको' का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हम देश के सभी किसानों, मजदूरों और आम लोगों से बड़ी संख्या में आज 'रेल रोको' में हमारा समर्थन करने का आग्रह करते हैं।

किसान नेता पंढेर ने लोगों से अपील की कि वे आज दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच ट्रेन से यात्रा करने की अपनी योजना न बनाएं, क्योंकि रेल रोको आंदोलन के कारण उन्हें यात्रा के दौरान असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। पंढेर ने कहा कि देशभर में किसान विरोध स्वरूप रेल पटरियों पर बैठेंगे।

किसान आंदोलन के 26वें दिन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कुछ फसलों पर एमएसपी देने के बयान को पूरी तरह से भ्रामक बताते हुए कहा कि यह वही प्रस्‍ताव है जिसे पिछली बैठक में किसान नेताओं ने आंदोलन की मुख्‍य मांग के विपरीत बताकर खारिज कर दिया था। साथ ही उन्‍होंने कहा कि सरकार कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की लाइन पर केवल 5 साल के लिए ही एमएसपी दे रही है।