किसानों का दिल्ली कूच आज, शंभू बॉर्डर से पैदल चलेगा पहला जत्था, प्रशासन से नहीं मिली मंजूरी

किसानों ने अपनी मांगें पूरी करने के लिए 6 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया था और अब आज किसान दिल्ली कूच करने वाले हैं। अंबाला में धारा 163 लगाई गई है और स्कूल बंद किए गए हैं।

Updated: Dec 06, 2024, 09:59 AM IST

नई दिल्ली। फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर बीते 11 महीने से डटे किसान आज दिल्ली कूच करेंगे। अंबाला के शंभू बॉर्डर, जींद के खनौरी और सोनीपत के सिंघू के पास पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई है। 

शंभू बॉर्डर से किसानों का पहला जत्था पैदल दिल्ली की ओर बढ़ेगा। अहम बात है कि किसानों ने 101 लोगों के जत्थे की लिस्ट प्रशासन को सौंपी है और आगे जाने की अनुमति मांगी है। हालांकि, प्रशासन से अभी इन 101 लोगों को भी आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी गई है। इतना ही नहीं बॉर्डर के आसपास पुलिस ने सख्त बैरिकैडिंग की है और सीमाओं को पूरी तरह से सील किया गया है। 

101 किसानों का जत्था शुक्रवार दोपहर 1 बजे दिल्ली के लिए रवाना होगा, जिसका नेतृत्व किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल करने वाले हैं। पंधेर का कहना है कि किसानों ने कोई व्यवस्था नहीं की है। वे निहत्थे हैं। आज गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस है और यह पहला जत्था उन्हीं को समर्पित है। देश के किसान-मजदूर के लिए, ये 100 किसान आज पैदल दिल्ली की ओर बढ़ेंगे। अब सरकार उनके साथ किस तरह का व्यवहार करती है, यह उनकी मर्जी है। अगर देश चलाना है तो हमारे साथ किसी दुश्मन देश जैसा व्यवहार सरकार को नहीं करना चाहिए।

किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बीच दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। शंभू बॉर्डर पर धारा 163 (पहले धारा 144) लागू कर दी है। इसी के तहत सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी गई है। अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। साथ ही ड्रोन से नजर रखने की तैयारी भी की गई है। जरूरत पड़ने पर वाटर कैनन का यूज कर सकें, इसीलिए उसका भी अरेंजमेंट किया गया है।

किसान आंदोलन को देखते हुए अंबाला में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। अंबाला जिला शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी कर कहा कि जिला प्रशासन के निर्देशानुसार, जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल दिनांक 06/12/2024 को बंद रहेंगे। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जाता है कि वे इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें और तुरंत स्कूल के प्रिंसिपलों, कर्मचारियों और अभिभावकों को सूचित करें।

बता दें कि पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर बीते 11 महीने से किसान धरना दे रहे हैं। यहां पर किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में ही सोते हैं और खाना पीना भी यहीं पर हो रहा है। अब किसानों ने दिल्ली जाने का ऐलान किया है, हालांकि, सरकार ने अनुमति नहीं दी है। शंभू बॉर्डर पर पंजाब के तरनतारन, अमृतसर, फिरोजपुर, बठिंडा, संगरूर और पटियाला जैसे जिलों के साथ-साथ हरियाणा के अंबाला और सिरसा जिलों से भी किसानों का निरंतर आना जारी है।